चुनाव में नेताओं की बर्फी-कचौड़ी और चाय पर भी आयोग की नजर, किए गए ये इंतजाम
Loksabha Election 2019 में चुनाव आयोग की नजर प्रत्याशियों के सभी खर्च पर होगी। चुनाव आयोग प्रत्याशियों द्वारा बर्फी कचौड़ी व चाय पर किए जाने वाले खर्च पर भी निगाह रखेगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी अगर अपने समर्थकों को चाय के साथ बिस्कुट देगा, तो उसे इसका भी हिसाब रखना पड़ेगा। दोनों का अलग-अलग खर्च दर्ज किया जाएगा। कंप्यूटर से लेकर प्रिंटर तक, कुर्सी से लेकर बेसन-बर्फी व कचौड़ी तक हर चीज पर चुनाव आयोग की नजर रहेगी। रैली स्थल पर झाड़ू लगाने व सफाई तक का खर्च भी प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाएगा।
बर्फी-कचौड़ी से लेकर चाय तक का हिसाब रखेगा चुनाव आयोग, जारी की 171 आइटमों की रेट लिस्ट
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. एस करुणा राजू ने बताया कि चुनाव आयोग ने 171 आइटमों की रेट लिस्ट जारी की है। इसमें हर उस चीज को शामिल किया गया है, जो चुनाव के दौरान इस्तेमाल में लाई जाती है। अगर कोई प्रत्याशी स्टेज पर एसी लगाता है, तो उसका खर्च प्रति दिन के हिसाब से 2000 रुपये तय किया गया है। इसी प्रकार कुर्सियों के रेट भी अलग-अलग रखे गए हैं।
कंबल वाली कुर्सी के लिए 12, डनलप वाली कुर्सी के लिए 10 और प्लास्टिक की कुर्सी के लिए 8 रुपये का किराया तय किया गया है। पानी के टैंकर का मूल्य 700 रुपये निर्धारित किया गया है। प्रत्याशी की ओर से प्रचार के लिए ऑटो रिक्शा का प्रयोग किया जाएगा, तो उसे 2000 रुपये का खर्च दिखाना होगा।
हैवी साउंड सिस्टम के लिए 5000 का भाड़ा तय किया गया है। आयोग ने चुनाव प्रचार के लिए स्टीकर, मफलर आदि सभी के रेट फाइनल कर दिए हैं। सभी राजनीतिक दलों को इस हिसाब-किताब के लिए विशेष इंतजाम करना पड़ता है। लिहाजा इस बार भी उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है।