Loksabha Election: पंजाब कांग्रेस में विरोध के स्वर तेज, अब फरीदकोट में भी बगावत के सुर
Loksabha Election 2019 में टिकट को लेकर पंजाब कांग्रेस में बगावत के स्वर तेज हो गए हैं। अब फरीदकोट में भी विरोध के सुर ऊंचे हो रहे हैं।
मोगा/फरीदकोट, [सत्येन ओझा/राजीव शर्मा]। Loksabha Election 2019 के लिए छह प्रत्याशियों की घोषणा के बाद से पंजाब कांग्रेस में विवाद और बगावत के स्वर तेज हो गए हैं। अब फरीदकोट लोकसभा क्षेत्र में भी कांग्रेस में विरोध के सुर उठ रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी घोषित किए जाने के तीन दिन बाद भी मोहम्मद सादिक चुनाव मैदान में सक्रिय न होना चर्चा का विषय बन गया है। मजहबी सिखों को प्रतिनिधित्व न मिलने को लेकर पार्टी में बगावत के सुर मुखर होने लगे हैैं। इससे पहले जालंधर व होशियारपुर में टिकट की घोषणा के बाद से मोहिंदर सिंह केपी और संतोष चौधरी ने मोर्चा खोल रखा है।
पार्टी के नेता बंत सिंह ने दिखाए तेवर, टिकट की घोषणा के तीन दिन बाद भी सदीक चुनाव मैदान से दूर
टिकट के दावेदार रहे कांग्रेस नेता बंत सिंह ने मीडिया के सामने खुलकर पार्टी के फैसले पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मजहबी सिखों के साथ अन्याय किया है। इससे पहलेे फरीदकोट से पार्टी के दावेदार रहे पूर्व मंत्री जोगिंदर सिंह मान भी कह चुके हैं कि सूबे में अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व चार में से दो सीटों पर मजहबी सिखों का हक बनता है। अगर पार्टी हिस्सा नहीं देती है, तो यह अन्याय है।
आशीर्वाद लेने को भी नहीं मिला कैप्टन अमरिंदर से समय
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि फरीदकोट से प्रत्याशी घोषित होने के बाद मोहम्मद सादिक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से आशीर्वाद लेकर चुनाव प्रचार शुरू करना चाहते हैं। मगर, तीन दिन के प्रयास के बाद भी उन्हें सीएम से मिलने का समय नहीं मिल पाया है। यही वजह है कि वह अभी तक अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए भी नहीं पहुंचे हैं, जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी अकाली दल के गुलजार सिंह रणीके की घोषणा सादिक के एक दिन बाद हुई, लेकिन उन्होंने पहले दिन से ही चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया है।
विधायक कुलदीप ने दिल्ली में जमाया डेरा
इस बीच टिकट रिव्यू की चर्चा भी पार्टी में तेज हो गई है। लुधियाना के गिल से विधायक एवं फरीदकोट से लोकसभा सीट से टिकट के दावेदार रहे पूर्व आइएएस कुलदीप सिंह वैद्य भी दिल्ली में अपने समर्थकों के साथ डेरा जमाए हुए हैं। उनके समर्थक दावा कर रहे हैं कि सीट पर रिव्यू हुआ तो वैद्य की दावेदारी सबसे ज्यादा मजबूत होगी। पार्टी के स्तर पर ही चल रही इस चर्चा के बारे में जिला कांंग्रेस प्रधान महेशइंदर सिंह निहालसिंह वाला का कहना है कि रिव्यू की उम्मीद तो नहीं लगती, लेकिन कोई भी फैसला पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को करना है।