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आप ने उसमां कांड के आरोपित को बनाया प्रत्याशी, छेड़छाड़ व मारपीट के मामले में फंसे थे

आम आदमी पार्टी ने पंजाब की खडूर साहिब सीट से मनजिंदर सिंह सिद्धू को उम्‍मीदवार बनाया है। वह चर्चित उसमां कांड के आरोपित रहे हैं और इस कारण उनकाे छह माह जेल में भी बिताने पड़े।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sat, 13 Apr 2019 12:02 PM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2019 08:52 PM (IST)
आप ने उसमां कांड के आरोपित को बनाया प्रत्याशी, छेड़छाड़ व मारपीट के मामले में फंसे थे
आप ने उसमां कांड के आरोपित को बनाया प्रत्याशी, छेड़छाड़ व मारपीट के मामले में फंसे थे

तरनतारन, [धर्मबीर सिंह मल्हार]। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में  आम आदमी पार्टी ने पंजाब की खडूर साहिब सीट से मनजिंदर सिंह सिद्धू को प्रत्याशी बनाया है। मनजिंदर सिंह 2013 के बहुचर्चित उसमां कांड के मुख्य आरोपितों में हैं और छह माह जेल में भी रहे हैं। 2013 के इस मामले में थाना सिटी तरनतारन में मनजिंदर सिंह सिद्धू व उसके साथी पलविंदर सिंह के अलावा कुछ पुलिस कर्मियों के खिलाफ एससी समुदाय की लड़की से छेड़छाड़, मारपीट व अन्य धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज की गई थी।

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सुप्रीम कोर्ट के दखल पर पीडि़त हरबिंदर कौर उसमां व उसके परिवार को सुरक्षा मुहैया करवाई गई थी। अभी यह मामला एडिशनल जज तरनतारन की अदालत में विचाराधीन है। हरबिंदर कौर उसमां का कहना है कि मनजिंदर सिद्धू को उम्मीदवार बनाने से आप का एससी विरोधी चेहरा बेनकाब हो गया है।

यह था उसमां कांड
3 मार्च, 2013 को तरनतारन के गांव उसमां की एससी समुदाय की लड़की हरबिंदर कौर उसमां अपने परिवार समेत गोइंदवाल बाईपास पर विवाह समागम में पहुंची थी। वहां कुछ कार चालकों ने हरबिंदर कौर के साथ छेड़छाड़ की। इनमें मनजिंदर सिंह सिद्धू निवासी गांव चौधरीवाला भी शामिल था। जब स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची तो हरबिंदर कौर के साथ बीच सड़क पर मारपीट की गई।

हरबिंदर कौर के चचेरे भाई जगजीत सिंह ने मारपीट की वीडियो बनाई थी। इसके बाद हरबिंदर कौर, उसके भाई गुरजिंदर सिंह, पिता कश्मीर सिंह पूर्व सैनिक को थाना सिटी में बंद करके पुलिसिया कहर का शिकार बनाया गया। यह मामला सड़क से लेकर संसद तक गूंजा।

सिद्धू बोले- मामला हाईकमान के ध्यान में, कोर कमेटी के चेयरमैन ने कहा- मुझे नहीं पता
आप प्रत्याशी मनजिंदर सिंह सिद्धू ने कहा, 'इस केस में मुझे बेवजह फंसाया गया है। मेरे खिलाफ जो मामला दर्ज है, उससे पार्टी हाईकमान पूरी तरह अवगत है। मारपीट की जो वीडियो वाली सीडी अदालत में पेश की गई थी, वह झूठी साबित हुई है। मैं इस मुकदमे से बरी होकर निकलूंगा।

उन्‍होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद बतौर सांसद वेतन नहीं लूंगा, क्योंकि राजनीति में सेवा की भावना से आया हूं। दूसरी ओर, आप कोर कमेटी के अध्यक्ष बुद्ध राम का कहना है कि यह मामला उनके ध्यान में नहीं है। मामले की पूरी पड़ताल करेंगे। उसके बाद ही विचार-विमर्श के बाद अगला कदम उठाया जाएगा।


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