तेलंगाना में राहुल गांधी बोले- TRS भाजपा की बी टीम, असली नाम 'तेलंगाना राष्ट्र संघ परिवार'
महबूब नगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि केसीआर ने अपने लोगों को फायदा पहुंचाया।
हैदराबाद, जेएनएन। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज से दो दिन के तेलंगाना के दौरे पर हैं। इस दौरान राहुल गांधी कई चुनावी रैलियों को सम्बोधित करेंगे। महबूब नगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि केसीआर ने अपने लोगों को फायदा पहुंचाया। तेलंगाना की जनता को सामान्य से इलाज के लिए अस्पताल में हजारों रुपये खर्च करने पड़ते हैं। ये जो लाखों रुपये केसीआर की सरकार में आपके खर्च हो जाते हैं, उसे कांग्रेस पार्टी आपको वापस करने जा रही है। घर बनाने के लिए हर योग्य परिवार को 5 लाख रुपये दिए जाएंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने वाली है। पहले हम तेलंगाना में चंद्रशेखर राव को हराएंगे बाद में 2019 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को हराएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव पर हमला बोलते हुए कहा कि तेलंगना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने आज तक राफेल डील, नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोला है।
तेलंगाना में तेजी से हवा चल रही है। ये हवा कांग्रेस पार्टी और हमारे सहयोगी दलों की हवा है और केसीआर को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद से हटाने वाली हवा है।
लोकसभा या राज्यसभा में जब मोदी जी को जरूरत पड़ी तो केसीआर ने उनकी मदद की थी। मोदी देश को बांटने का काम करते हैं, देश में नफरत फैलाते हैं। उन्होंने देश में दलितों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ जो नफरत फैलाई, उसे वह केसीआर की मदद के बगैर नहीं कर सकते थे। टीआरएस भाजपा की बी टीम है, इसका असली नाम तेलंगाना राष्ट्रीय संघ है।
राहुल गांधी और चंद्रबाबू नायडू तीन चुनावी रैली में एक साथ मंच पर दिखाई देंगे। तेलंगाना में कांग्रेस और टीडीपी महगठबन्धन में सहयोगी हैं। कांग्रेस और टीडीपी के आलावा सीपीआई और तेलंगाना जन समिति भी इस ग्रेंड अलायन्स में शामिल हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले चंद्रबाबू नायडू NDA के खिलाफ ग्रैंड अलायन्स बनाने का प्रयास कर रहे है। इसी क्रम में पिछले दिनों दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी और कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से मुलाक़ात की थी। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सितम्बर 6 को तेलंगाना के गर्वनर को विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की थी।जिसको उन्होंने स्वीकार कर लिया था। इस तरह तेलंगाना में तयशुदा समय से करीब आठ महीने पहले विधानसभा को भंग कर दिया था। राज्य में 7 दिसंबर को वोटिंग होग जबकि वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी।