MCD चुनाव: मतदान के बाद नेताओं ने बिताए फुर्सत के पल, अब नतीजों का इंतजार
नेताओं का मानना है कि असली सुकून चुनाव के नतीजे और जीत के बाद ही मिलेगी। कुछ नेताओं ने घर में टीवी देखकर और अखबार के पन्ने पलटकर देश दुनिया की खबर ली।
नई दिल्ली [जेएनएन]। निगम चुनाव में प्रचार और थका देने वाली दिनचर्या के बाद सोमवार को जब चुनाव संपन्न हुआ तो नेताओं ने भी राहत की सांस ली। हालांकि, दिनचर्या में कुछ विशेष बदलाव नहीं हुए, लेकिन चुनावी दिनों की अपेक्षा कुछ सुकून भरे पल बिताने का समय जरूर मिला।
नेताओं का मानना है कि असली सुकून और राहत चुनाव के नतीजे और जीत के बाद ही मिलेगी। इस बीच रैलियों, पदयात्राओं और चुनावी सभाओं की समाप्ति के बाद नेताओं ने पूरी नींद ली और सुबह आराम से उठकर परिवार के साथ नाश्ते की टेबल पर वक्त बिताया। वहीं, कुछ नेताओं ने घर में सुकून के साथ टीवी देखकर और अखबार के पन्ने पलटकर देश दुनिया की खबर ली।
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बच्चों के साथ बिताए फुरसत के पल
रोहिणी के विधायक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने सोमवार की सुबह अपने बच्चों के साथ बिताई। काफी दिन के बाद उन्होंने अपनी बच्चों से बात कर कुछ हंसी-ठिठोली भी की। नाश्ते की टेबल पर ही पत्नी शोभा विजेंद्र के साथ कुछ देर चुनाव संबंधी विषयों पर चर्चा की।
चुनावी व्यस्तता के कारण विजेंद्र गुप्ता ऑफिस नहीं जा पा रहे थे, इसलिए चुनाव खत्म होते ही झटपट ऑफिस भी पहुंचे। दोपहर बाद घर वापस आकर फिर से आराम के पल बिताए। इसके बाद उन्होंने कुछ समय कार्यकर्ताओं के साथ भी बिताया, इस दौरान चुनावी नतीजों के सर्वे और एग्जिट पोल को लेकर चर्चा हुई।
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कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी समीक्षा
दूसरी तरफ उत्तरी दिल्ली के मंगोलपुरी विधानसभा क्षेत्र की विधायक और विधानसभा की डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान ने भी चुनावी प्रचार की भागदौड़ के बाद राहत की सांस ली। पूर्व महिला व बाल विकास मंत्री रह चुकी राखी ने चुनाव संपन्न होने के बाद परिवार के साथ आराम के कुछ पल बिताए। चुनावी थकान को दूर करने के बाद वह कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर चुनावी समीक्षा कर आगे की रणनीति बनाने में जुट गईं।
सोमवार को क्षेत्र के सभी प्रत्याशियों और विभिन्न दल के प्रमुख नेताओं ने भी खूब आराम किया और चुनावी भाग-दौड़ की थकान मिटाते नजर आए। ऐसे में चुनाव के परिणाम चाहे जो भी हों, सभी प्रत्याशियों को अपनी रैलियों और धुंआधार प्रचार पर पूरा भरोसा है और अब वे बेसब्री से 26 अप्रैल को आने वाले चुनाव नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।
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