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MP Election 2018 : BJP में फूटे बगावत के सुर, मुख्यालय पर हंगामा

मध्यप्रदेश के कई जिलों से भाजपा कार्यकर्ताओं के असंतोष की खबरें आ रही हैं।

By Prashant PandeyEdited By: Published: Sun, 04 Nov 2018 07:59 AM (IST)Updated: Sun, 04 Nov 2018 07:59 AM (IST)
MP Election 2018 : BJP में फूटे बगावत के सुर, मुख्यालय पर हंगामा
MP Election 2018 : BJP में फूटे बगावत के सुर, मुख्यालय पर हंगामा

भोपाल (स्टेट ब्यूरो)। मध्यप्रदेश में भाजपा के 176 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होते ही कई विधानसभा क्षेत्रों से बगावत के सुर फूटने लगे हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री निवास और भाजपा मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और दफ्तर में पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा की गाड़ी को घेर लिया। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। मंत्री कुसुम महदेले भी पार्टी कार्यालय पहुंचीं तो सरदारपुर विधायक वेलसिंह भूरिया टिकट काटे जाने से नाराज होकर सीएम हाउस पहुंच गए।

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प्रदेश के कई जिलों से भाजपा कार्यकर्ताओं के असंतोष की खबरें आ रही हैं। शनिवार को बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय पहुंचे, वहां दिनभर हंगामा और नारेबाजी का दौर चलता रहा। सरदारपुर, मनासा, नरसिंहगढ़, थांदला, सुसनेर, मुंगावली, हुजूर, पन्ना, तेंदुखेड़ा, सिंगरोली और सतना के कार्यकर्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है।

डॉ. सहस्त्रबुद्धे और प्रभात झा जब पार्टी कार्यालय पहुंचे, तब हंगामा कर रहे कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी भी घेर ली। पन्ना से विधायक एवं प्रदेश की मंत्री कुसुम महदेले ने भी टिकट की घोषणा रोकने पर आपत्ति और असंतोष जताया। वह भाजपा कार्यालय भी पहुंचीं, लेकिन मीडिया से बिना कोई बात किए लौट गईं।

कृष्णा गौर का एलान, हर हाल में गोविंदपुरा से चुनाव लड़ूंगी

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की पुत्रवधू पूर्व महापौर कृष्णा गौर ने कहा कि हर हाल में गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडूंगी, चाहे जो हो। उन्होंने कहा कि परिवारवाद को लेकर जो सवाल उठाए गए उसको लेकर मेरे मन में पीड़ा है। मैंने संगठन के लिए काम किया है। कई नेताओं के बच्चों को टिकट मिले हैं। कई उदाहरण हैं मेरे पास। मीडिया के साथ बातचीत में कृष्णा गौर ने कहा कि गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र से मेरे परिवार का बरसों पुराना नाता है। उन्होंने कहा कि संघ-संगठन मुझ में भरोसा जताएगा, मुझे आशा है।

गौर के यहां बैठक

पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के बंगले पर पार्टी नेताओं की बड़ी बैठक हुई। इस दौरान कृष्णा गौर के समर्थक पार्षद और मंडल पदाधिकारी बैठक में बड़ी संख्या में मौजूद थे। इधर, अफवाहों का बाजार भी दिनभर गर्म रहा। सोशल मीडिया में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा कृष्णा गौर से बातचीत किए जाने की खबर भी वायरल होती रही। वायरल खबरों में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर से कमलनाथ की बात बातचीत का हवाला भी दिया गया। कांग्रेस नेता गोविन्द गोयल ने बाबूलाल गौर से उनके बंगले में जाकर मुलाकात की। 20 मिनट बंद कमरे में मुलाकात के बाद फिर सोशल मीडिया में चला कि गोयल के साथ कई फार्मूले पर बात हुई है। फार्मूला एक- कृष्णा गौर निर्दलीय लड़ती हैं तो कांग्रेस पार्टी नहीं उतारेगी अपना प्रत्याशी। फार्मूला दो- कांग्रेस कृष्णा गौर को पार्टी सिंबल पर लड़ाना चाहती है।

महापौर मिले भगत से

भोपाल के महापौर आलोक शर्मा ने दोपहर में प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत से मुलाकात की। उनकी मुलाकात को गोविंदपुरा और भोपाल उत्तर सीट से जोड़कर देखा जा रहा है। इन दोनों ही सीटों पर आलोक का नाम चल रहा है। उधर, तेंदूखेड़ा से भाजपा विधायक संजय शर्मा द्वारा कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद क्षेत्र के कई कार्यकताओं ने इस्तीफा देकर कांग्रेस की सदस्यता ले ली।

रामोराम गुप्ता का इस्तीफा

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रदेश कोषाध्यक्ष रामोराम गुप्ता ने विरोधस्वरूप भाजपा से इस्तीफे की पेशकश कर दी। इसी तरह टिकट नहीं मिलने पर पूर्व मंत्री स्व. जगन्नााथ सिंह की पुत्रवधु एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राधा सिंह ने भी पार्टी छोड़ने की धमकी दी है। भाजपा के पूर्व सांसद स्व. चंद्रमणि त्रिपाठी की बेटी एवं भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश पदाधिकारी प्रज्ञा त्रिपाठी ने भी टिकट नहीं मिलने पर असंतोष जताया है। प्रज्ञा, सिरमोर क्षेत्र से टिकट की दावेदार थीं। पार्टी ने सिरमोर में दिव्यराज सिंह को प्रत्याशी बनाया है।

दिनभर चली नारेबाजी

मुंगावली सीट से विधायक रहे स्व. राव देशराज सिंह की पत्नी बाई साहब ने टिकट के लिए दावा किया था। इस सीट पर पार्टी ने कांग्रेस छोड़कर आए केपी यादव को प्रत्याशी घोषित किया है। बाई साहब के समर्थकों ने भी पार्टी दफ्तर में नारेबाजी की। समर्थकों ने कहा कि किसी भी कीमत पर पैराशूट नेता नहीं चलेंगे। समर्थकों का आरोप था कि कांग्रेस से आयातित नेता केपी यादव को पार्टी ने टिकट दिया। बाई साहब इसी साल मुंगावली में उपचुनाव हार गई थीं। भाजपा ने नरसिंहगढ़ सीट पर राज्यवर्धन सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। यहां से दावेदारी कर रहे नेताओं के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की और पार्टी पदाधिकारियों के समक्ष अपना असंतोष जताया। 


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