डेढ़ साल रामलला और गंगा के लिए, लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी : उमा भारती
उमा भारती ने कहा कि मरते दम तक करूंगी राजनीति, गंगा यात्रा के लिए पार्टी से मांगी है अनुमति।
भोपाल। केंद्रीय मंत्री और मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती ने एक बार फिर एलान किया कि वे 2019 में होने वाला लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि अगले डेढ़ साल वे गंगा और राम मंदिर पर फोकस करना चाहती हैं। इसके लिए 15 जनवरी से वे गंगा यात्रा शुरू करेंगी। इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से अनुमति मांगूंगी। डेढ़ साल तक गंगा यात्रा यानी गंगा के किनारे प्रवास करूंगी।
भोपाल पहुंचने पर मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए किसी आंदोलन की जरूरत नहीं है। आठ साल पहले 2010 में फैसला आ गया कि बीच का डोम रामलला का है। सब पार्टियों को एक करने का प्रयास होना चाहिए। राम मंदिर का मसला देश के सौहार्द के साथ जुड़ा है, इसलिए जितनी जल्दी हो सके, इसका समाधान खोजा जाना चाहिए।
मेरी इच्छा है शिवराज प्रचंड बहुमत से जीतें
उमा भारती ने कहा कि मप्र में भाजपा की सरकार बन रही है, कांग्रेस के लोग मुगालते में हैं। मेरी इच्छा है कि शिवराज प्रचंड बहुमत से जीतें। वे बोलीं कि कांग्रेस का कार्यकर्ता पोलिंग बूथ पर भी नहीं था। कांग्रेस नेता साढ़े चार साल कोई काम नहीं करते, चुनाव के पहले आ जाते हैं। पूरे वक्त आपस में लड़ते रहते हैं।
दुखद है बुलंदशहर की घटना
उमा भारती ने बुलंदशहर की घटना को दुखद बताया और कहा कि ये ऐसा संकेत है जिस पर मुख्यमंत्री योगी को विचार करना होगा। इतनी बड़ी तादाद में लोग जुड़े थे, रहस्यलोक बना लिया था। योगी को ध्यान रखना चाहिए, उनकी नजर होती तो ये घटना नहीं होती।
ईवीएम के बारे में भ्रम दूर करे चुनाव आयोग
भारती ने कहा कि एक बार चुनाव आयोग ने सभी दलों को बुलाया था कि ईवीएम में टेंपरिंग कैसे होती है करके दिखाएं, लेकिन लोग गए नहीं। ईवीएम को लेकर जो सवाल उठ रहे रहे हैं, चुनाव आयोग को उन्हें दूर करना चाहिए। दुनिया में कई देश ऐसे हैं जो तकनीक में हमसे आगे हैं, लेकिन वहां ईवीएम से वोटिंग नहीं होती है।