MP Election Result 2018: भाजपा संगठन में होगी सर्जरी, नेता प्रतिपक्ष के लिए जोड़-तोड़
MP Election Result 2018: मध्य प्रदेश में मिली पराजय के बाद भाजपा अब अपने संगठनात्मक ढांचे को दुरुस्त करेगी।
भोपाल, नईदुनिया स्टेट ब्यूरो। मध्य प्रदेश में मिली पराजय के बाद भाजपा अब अपने संगठनात्मक ढांचे को दुरुस्त करेगी। पार्टी के शीर्ष नेताओं का मानना है कि 15 साल सत्ता में रहने की वजह से कैडर कमजोर हो गया है। लोकसभा चुनाव से पहले इस खामी को दुरुस्त कर पार्टी को नए सिरे से तैयार किया जाएगा। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर भी पार्टी में जोड़-तोड़ शुरू हो चुकी है। निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव, डॉ. नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। इसके साथ ही विधानसभा उपाध्यक्ष का पद भी भाजपा को मिलेगा, जिसके लिए इन्हीं में से किसी नेता का चयन हो सकता है।
विधानसभा चुनाव निपटते ही भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने इस बात के संकेत भी दे दिए हैं। संगठन को फिर से कसने के लिए जिलाध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों के स्तर पर बदलाव की उम्मीद की जा रही है। राकेश सिंह ने पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी कोई टीम अलग से नहीं बनाई। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान की जो टीम थी, वही टीम अब तक काम कर रही है। पार्टी के नेता भी मान रहे हैं कि संगठन में कसावट के लिए टीम का पुनर्गठन जरूरी हो गया है।
नेता प्रतिपक्ष के लिए कवायद
15 साल बाद भाजपा विपक्ष में बैठने जा रही है। 109 विधायकों वाले इस मजबूत विपक्ष का नेता कौन होगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष का फैसला संभवत: दिल्ली से होगा। गुरुवार को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है, जिसमें मप्र के नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर चर्चा हो सकती है।