MP Chunav 2018: मतगणना की नहीं होगी वेबकास्टिंग वाईफाई नेटवर्क के इस्तेमाल पर पाबंदी
MP Election 2018: भाजपा और कांग्रेस दोनों ने मतगणना को लेकर अलग-अलग आपत्तियां दर्ज कराई हैं।
भोपाल, नवदुनिया स्टेट ब्यूरो। मतगणना से दो दिन पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने अब मतगणना की वेबकास्टिंग नहीं करने का निर्णय लिया है। मतगणना हॉल में वाईफाई नेटवर्क का भी इस्तेमाल भी नहीं होगा। सिर्फ सीसीटीवी का उपयोग होगा। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने मतगणना को लेकर अलग-अलग आपत्तियां दर्ज कराई हैं।
प्रदेश कांग्रेस और भोपाल की तीन विस क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशियों ने रविवार को वेबकास्टिंग और गुजरात की एक निजी सेवा प्रदाता कंपनी के नेटवर्क का उपयोग किए जाने पर आपत्ति उठाई थी। इसको लेकर सागर में भी कांग्रेस ने विरोध दर्ज कराया था। साथ ही ईवीएम की हैकिंग व वेबकास्टिंग के डाटा से छेड़छाड़ की आशंका जताई थी। शिकायत आयोग को भी भेजी गई।
सागर में स्ट्रांग रूम में रविवार दोपहर को गुजरात की कंपनी द्वारा वेबकास्टिंग के लिए सीसीटीवी कैमरे व अन्य उपकरण लगाए जाने पर कांग्रेस नेताओं ने गड़बड़ी का संदेह जताते हुए हंगामा किया। वहीं, शाम को स्ट्रांग रूम में 4 संदिग्ध व्यक्ति दिखने पर भाजपा नेताओं ने आपत्ति जताई।
राज्य निर्वाचन आयोग ने मप्र के सभी स्ट्रांग रूम में मतगणना के दौरान लाइव टेलीकास्ट करने के लिए सीसीटीवी कैमरे व अन्य उपकरण लगाने का काम गुजरात की कंपनी को दिया है। कंपनी का स्टाफ रविवार दोपहर 12 बजे सीसीटीवी कैमरे व अन्य उपकरण लगाने स्ट्रांग रूम पहुंचा। लेकिन कांग्रेस नेताओं ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया। कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष व नरयावली के प्रत्याशी सुरेंद्र चौधरी, सागर जिलाध्यक्ष हीरासिंह राजपूत कहना है जब स्ट्रांग रूम में बीएसएनएल का नेटवर्क है तो दूसरी कंपनी के डोंगल क्यों लगाए जा रहे हैं। इससे संदेह हो रहा है। कांग्रेस नेताओं की आपत्ति के बाद सिटी मजिस्ट्रेट ने डोंगल बदलवा दिए हैं।
भाजपा नेताओं की कर्मचारियों से नोंकझोंक
रविवार शाम को स्ट्रांग रूम के अंदर चार संदिग्ध लोग दिखने पर भाजपा नेताओं ने आपत्ति जताई है। इसके बाद स्ट्रांग रूम की सुरक्षा बढ़ा दी है। चार संदिग्ध लोगों के होने की सूचना मिलते ही भाजपा नेता स्ट्रांग रूम पहुंचे। उन्होंने स्ट्रांग रूम के अंदर लोगों को बाहर निकाले जाने व कार्रवाई की मांग की। भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभुदयाल पटेल, महामंत्री शैलेष केशरवानी सहित अन्य कार्यकर्ताओं की कर्मचारियों से नोकझोंक हो गई। भाजपा नेताओं का कहना था सुरक्षा के बाद भी स्ट्रांग रूम के अंदर कुर्ता पायजामा पहने लोगों को क्यों अंदर जाने दिया। इनमें से एक व्यक्ति का नाम विकी राज बताया गया। तीन के नामों का खुलासा नहीं हो पाया।