MP Election 2018 : खुरई विधानसभा सीट पर भैया-भैया के बीच रोचक मुकाबला
MP Election 2018 : खुरई सीट से गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह मैदान में हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस के अरुणोदय चौबे से है।
बसंत सेन, सागर। खुरई विधानसभा सीट पर भैया-भैया के बीच मुकाबला रोचक होता जा रहा है। प्रचार गति पकड़ रहा है तो आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है। मतदाताओं का अस्पष्ट रुख भाजपा और कांग्रेस को परेशान कर रहा है। इस सीट पर दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी आमने-सामने हैं। भाजपा से गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर (भूपेंद्र भैया) और कांग्रेस से क्षेत्र के पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे (अन्नू भैया) चुनाव मैदान में हैं।
मतदान का दिन करीब आने के साथ ही प्रचार गति पकड़ रहा है। शहर से लेकर गांवों और कस्बों में दोनों प्रत्याशी लोगों के घर जाकर संपर्क कर रहे हैं। भाजपा प्रत्याशी नुक्कड़ सभाओं में पांच साल के विकास कार्यों का लेखा-जोखा बता रहे हैं।
वहीं कांग्रेस प्रत्याशी प्रदेश में पार्टी की सरकार बनने पर किसानों के कर्ज व बिजली बिल माफ करने और क्षेत्र से सरकारी गुंडागर्दी का खात्मा करने का भरोसा दिला रहे हैं। चुनाव प्रचार की दृष्टि से शहर की अपेक्षा कस्बे और गांवों में दोनों ही दलों के झंडे, बैनर, पोस्टर कम ही लगे दिखाई दे रहे हैं। दोनों ही दलों के उम्मीदवारों के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का विषय बन गया है।
भाजपा प्रत्याशी को सीट बरकरार रखना है तो पूर्व विधायक को पिछली हार का हिसाब बराबर करना है। जातीय समीकरणों की स्थिति यह है कि कोई भी समाज संगठित होकर किसी भी दल के पक्ष में अब तक नहीं आया है। इससे मामला और भी उलझ गया है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि माहौल अब पिछले चुनाव जैसा नहीं रहा है।
जनता की राय
बांदरी में बाजार करने आए जुझारपुरा के चंद्रभान सिंह का कहते हैं कि चुनाव पहले जैसा नहीं रहा। दोनों प्रमुख दलों के बीच मुकाबला है। नेतना गांव के नंदलाल पटेल कहते हैं कि मंत्री ने काम तो खूब कराओ है। यदि नाराजगी है तो उनसे नहीं, कार्यकर्ताओं से है। पूर्व विधायक को भी पांच साल बाद क्षेत्र में सक्रिय होने का मौका मिला है।
कामकाजी महिला कमला चौरसिया का कहना है कि दोनों भैया के बीच मुकाबला है, तीसरा कोई मैदान में नहीं है। रजवांस गांव के लोग विकास कार्यों की तारीफ तो करते हैं, लेकिन चुनाव परिणाम को लेकर चुप हैं और अपना नाम छापने से मना करते हैं।
खुरई के जितेंद्र कुर्मी का कहना है कि काम तो बहुत हुए हैं, लेकिन वोट किसे देना है, यह तो जनता को तय करना है। मैकेनिक मोहम्मद सरबर का कहना है कि क्षेत्र में सड़क, बिजली और पानी की समस्या नहीं है, लेकिन परिणाम के संबंध में कुछ नहीं कह सकते। गढ़ौला जागीर के अमरसिंह हाट बाजार करने आए थे। उनका कहना है कि आदमी पहले से समझदार हो गया है। सोच-समझकर वोट देगा।
कब, किसे, कितने वोट मिले
2008
अरुणोदय चौबे- 45,834
भूपेंद्र सिंह- 28,513
2013
भूपेंद्र सिंह- 62,127
अरुणोदय चौबे- 56,043
कुल मतदाता- 1 लाख 88 हजार 664
पुरुष- 99 हजार 745
महिला- 88 हजार 916
अन्य- 03