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MP Election 2018: दो सौ रुपए और खाना खाकर उठा रहे प्रत्याशियों के झंडे-डंडे

MP Election 2018: इन मजदूरों की हकीकत न खुल जाए, इसलिए प्रत्याशियों के समर्थक इन पर खास नजर रखते हैं।

By Saurabh MishraEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 09:47 AM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 09:47 AM (IST)
MP Election 2018: दो सौ रुपए और खाना खाकर उठा रहे प्रत्याशियों के झंडे-डंडे
MP Election 2018: दो सौ रुपए और खाना खाकर उठा रहे प्रत्याशियों के झंडे-डंडे

ग्वालियर। प्रत्याशियों के चुनावी जनसंपर्क में मजदूर बड़ा सहारा हैं। नेताजी के पीछे चलनी वाली भीड़ में केवल समर्थक ही नहीं बल्कि मजदूरी करने वाले महिला-पुरुष भी शामिल हैं, जो सुबह आठ बजे से रात तक प्रत्याशियों के साथ ही क्षेत्र में जनसंपर्क करते हैं। उन्हें जनसंपर्क के दौरान चाय-नाश्ता और खाना दिया जा रहा है।

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यह हाल किसी एक प्रत्याशी का नहीं बल्कि अधिकतर प्रत्याशियों का है। प्रत्याशी अपने क्षेत्र के मजदूरों का उपयोग जनसंपर्क के लिए कर रहे हैं। मजदूर महिलाएं प्रत्याशी व उनकी पत्नियों के साथ क्षेत्र में जनसंपर्क कर रहीं हैं। वहीं पुरुष मजदूर झंडे- डंडे से लेकर अन्य कार्यों में हाथ बंटा रहे हैं। 

निवेदन और नारेबाजी भी

मजदूर महिला-पुरुष, प्रत्याशियों के साथ लोगों से निवेदन भी करते हैं और मौका देखकर विरोधी के खिलाफ नारेबाजी भी। ये दिनभर क्षेत्र में प्रत्याशियों के साथ जनसंपर्क करते हैं। इनके खाने-पीने की पूरी व्यवस्था कार्यकर्ताओं के द्वारा की जाती है।

भरोसेमंद कार्यकर्ता मजदूरों पर रखते हैं नजर

प्रत्याशियों के भरोसेमंद समर्थक जनसंपर्क के दौरान मजदूरों की सुरक्षा में तैनात रहते हैं और इन पर पूरी निगाह रखते हैं। यह इसलिए किया गया है, जिससे कोई अपरचित व्यक्ति इन महिलाओं से हकीकत न पूछ बैठे। प्रत्याशियों के समर्थक मजदूरों से बातचीत करने वालों पर निगाह रखते हैं। यदि कोई इनसे बात करते हुए मिलता तो तुरंत उन्हें बोलने से रोक दिया जाता है।

महिलाएं उपलब्ध कराने भरी हामी

जनसंपर्क के दौरान जब नईदुनिया जनप्रतिनिधि ने महिला मजदूरों से बात की तो यह हकीकत सामने आई। शन्नो खान और रेखा चौधरी ने बताया कि उन्हें दो सौ रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मिलते हैं। साथ ही सुबह नाश्ता व दिन में खाना दिया जाता है। जब रिपोर्टर ने महिला से अन्य क्षेत्र में प्रचार के लिए महिलाएं उपलब्ध करवाने को कहा तो उसने उपलब्ध कराने के लिए हामी भी भरी। साथ ही कॉन्टेक्ट नंबर भी ले लिया।

महिलाओं को मिला रोजगार

बाड़े पर मजदूरी मिलने की आस में बैठे आकाश ने बताया कि आजकल काम नहीं मिल पा रहा है। हां, उसके कुछ साथी चुनाव में जरुर लगे हैं। चुनाव प्रचार में क्षेत्र की महिलाओं को रोजगार मिल गया है, जो झंडे डंडे उठाने का काम कर रही हैं।


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