MP Election 2018: स्ट्रांग रूम में लगे CCTV काम कर रहे हैं: वीएल कांताराव
MP Election 2018: कांग्रेस के आरोपों पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का बयान आया है। उन्होंने स्ट्रांग रूम में ईवीएम और वीवीपैट के सुरक्षित होने के भरोसा दिलाया है।
भोपाल। स्ट्रांग रूम में गड़बड़ी की शिकायतों के बाद शनिवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि, भोपाल जिले में मतदान के दिन इस्तेमाल हुई ईवीएम और वीवीपैट पूरी तरह से सुरक्षित है। स्ट्रांग रूम में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं।
बता दें कि, भोपाल जिले में मतदान के बाद ईवीएम और वीवीपैट को जिला जेल के स्ट्रांग रूम में रखा गया है, वहां के सीसीटीवी कैमरे शुक्रवार को करीब डेढ़ घंटे बंद रहे थे। एलसीडी में कुछ भी नहीं दिखने के कारण प्रदेश कांग्रेस ने गोविंदपुरा और नरेला विधानसभा के प्रत्याशियों के साथ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव से मिलकर आपत्ति दर्ज कराई थी। शनिवार को सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद वीएल कांताराव ने स्ट्रांग रूम में गड़बड़ी की शिकायतों से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि, सारे ईवीएम और वीवीपैट सुरक्षित है। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है, इसलिए गड़बड़ी की कोई संभावना नहीं है।
मतदान में इस्तेमाल, मॉकपोल के दौरान बदली, आरक्षित और सेक्टर अधिकारी के पास रहने वाली ईवीएम को स्ट्रांग रूम में मतदान खत्म होने के बाद जमा करने के निर्देश हैं। मतदान के लिए उपयोग में लाई गई मशीनों को बाकी ईवीएम से अलग स्ट्रांग रूम में रखा जाता है।
बता दें कि, भोपाल जिले में मतदान के लिए इस्तेमाल की गई ईवीएम को पुरानी जेल परिसर अरेरा हिल्स में रखा गया है। नियमानुसार स्ट्रांग रूम में मशीन रखने के बाद दरवाजे को सील बंद किया जाता है और सीसीटीवी कैमरे बंद दरवाजे को परिसर के बाहर एलसीडी में प्रदर्शित करते रहते हैं। यह व्यवस्था प्रत्याशियों के संतोष के लिए की जाती है।
भोपाल में शुक्रवार को सुबह आठ से साढ़े नौ बजे तक स्ट्रांग रूम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद रहे थे। इसकी भनक लगते ही शाम पांच बजे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मिलकर व्यवस्था पर आपत्ति जताई थी।
कलेक्टर सुदाम पी खाडे ने इस बारे में बताया कि बिजली चले जाने की वजह से सीसीटीवी कैमरे बंद हो गए थे, जबकि इलेक्ट्रिकल सिस्टम के संधारण का काम देख रहे ठेकेदार गोवर्धन मिश्रा का कहना है कि स्ट्रांग रूम में कोई बिजली की सप्लाई नहीं रहती है, इसलिए कैमरे को डिस्कनेक्ट कर दिया गया। कलेक्टर, एडीएम और पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में कनेक्शन बंद किया गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।