MP CM Kamal Nath Oath Ceremony: 1984 सिख दंगों में फैसले के बाद नजरें मंच पर मौजूद सिद्धू पर
MP CM Kamal Nath Oath Ceremony: राजस्थान में अशोक गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह में पंजाब से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के बजाए नवजोत सिद्धू शामिल हुए हैं।
भोपाल। कांग्रेस के लिए सोमवार का दिन बड़ी खुशी वाला है, क्योंकि मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अब उसी का राज होगा। हालांकि इस रंग में थोड़ी भंग में पड़ी है, क्योंकि दिल्ली हाई कोर्ट ने 1984 सिख दंगों में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दोषी पाया है और उम्र कैद की सजा सुनाई है। इन्हीं दंगों में कमलनाथ का नाम भी उछला है, जो मध्यप्रदेश के सीएम बनने जा रहे हैं। इसके बाद सभी की नजरें नवजोत सिंह सिद्धू पर टिक गई हैं।
सिद्धू भोपाल पहुंच गए हैं और मंच पर मौजूद हैं। फैसला आने के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या सिद्धू मंच पर कमलनाथ से मिलेंगे और क्या उनसे हाथ मिलाएंगे? मालूम हो, राजस्थान में अशोक गहलोत के शपथ ग्रहण समारोह में पंजाब से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के बजाए नवजोत सिद्धू शामिल हुए हैं।
जानिए क्या है सज्जन कुमार का केस
दिल्ली हाईकोर्ट ने कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को 1984 में हुए सिख दंगों का दोषी करार दिया है। कोर्ट ने सज्जन कुमार को आपराधिक साजिश रचने और दंगा भड़काने की धारा के तहत दोषी पाया है। इसके साथ ही कोर्ट ने उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई है। सज्जन कुमार को 31 दिसंबर तक का समय दिया गया है और उन्हें तब तक जेल में सरेंडर करना होगा।
कोर्ट ने कमलनाथ के अलावा कैप्टन भागमल, गिरधारी लाल और पूर्व कांग्रेस पार्षद बलवान खोकर को भी उम्रकैद की सजा सुनाई है। वहीं दो अन्य को 10 साल की सजा सुनाई गई है।
कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि 1 से 4 नवंबर 1984 को दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में हुए नरसंहार हुआ वो राजनीति अभिनेताओं ने लॉ इंफोर्समेंट एजेसिंयों के सहयोग से तैयार किया था। यह इंसानियत के खिलाफ अपराध को विस्तृत रूप में बताता है।