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MP Election 2018: एक मतदान केंद्र ऐसा, जहां नहीं हैं संचार के साधन, रखना पड़ेगा 'रनर"

Madhya Pradesh Chunav 2018 मालूम हो जिले में इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए कुल 1319 मतदान केंद्र बनाए गए है।

By Rahul.vavikarEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 05:53 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 05:53 PM (IST)
MP Election 2018: एक मतदान केंद्र ऐसा, जहां नहीं हैं संचार के साधन, रखना पड़ेगा 'रनर"
MP Election 2018: एक मतदान केंद्र ऐसा, जहां नहीं हैं संचार के साधन, रखना पड़ेगा 'रनर"

 विदिशा (अजय जैन)। डिजिटल इंडिया के दौर में भी जिले में एक मतदान केंद्र ऐसा है, जहां पर संचार के कोई साधन नहीं हैं। नेटवर्क की समस्या के चलते इस गांव में अब तक मोबाइल और इंटरनेट की सुविधा नही पहुंच पाई

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है। जिसके चलते इस बार भी चुनाव आयोग को मतदान की दिन सूचना के आदान प्रदान के लिए केंद्र पर अलग से एक व्यक्ति की ड्यटी लगाई जाएगी। जिसे रनर कहा जाता है। 

मालूम हो जिले में इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए कुल 1319 मतदान केंद्र बनाए गए है। जिन पर पांचों विधानसभा क्षेत्रों के 9 लाख 66 हजार मतदाता मतदान करेंगे। इन मतदान केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं  जुटाने का काम पिछले दो माह से चल रहा है। मतदान के दिन सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए कम्युनिकेशन प्लान भी तैयार किया गया है। इसमें चुनाव प्रक्रिया में लगे सभी कर्मचारियों के मोबाइल नंबरों को एकत्रित किया गया है। लेकिन शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र भन्नाखेड़ा में मोबाइल कंपनियों का नेटवर्क नहीं होने के कारण चुनाव में लगे अफसरों की परेशानी बढ़ गई है।

सूत्रों के अनुसार जिला प्रशासन ने चुनाव आयोग के माध्यम से बीएसएनएल सहित निजी मोबाइल कंपनियों को पत्र लिखकर इस गांव में नेटवर्क उपलब्ध कराने का आग्रह किया था। लेकिन कंपनियों ने इस गांव में तकनीकी  परेशानियां गिनाते हुए नेटवर्क उपलब्ध कराने में असमर्थता जताई है। जिले के उप निर्वाचन अधिकारी संदीप अष्ठाना के मुताबिक मोबाइल सुविधा नहीं मिल पाने के कारण आयोग की अनुमति से भन्नाखेड़ा में सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए एक व्यक्ति को तैनात किया जाएगा। यह व्यक्ति हर घंटे बाइक से समीप के मतदान केंद्र पर मौजूद अधिकारियों को जानकारी देगा। यह अधिकारी इन जानकारियों को तहसील और जिला स्तर पर भेजेगा।

इसलिए जरूरी है मोबाइल

वैसे तो मतदाताओं के लिए मतदान केंद्र पर मोबाइल का प्रयोग प्रतिबंधित है लेकिन चुनाव में लगे अधिकारियों को मोबाइल रखने की छूट मिली है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मतदान में ईवीएम और वीवीपैट मशीन तो बैटरी से चलती है। लेकिन मतदान के दौरान हर घंटे मतदान का प्रतिशत वरिष्ठ अधिकारियों और चुनाव आयोग को नोट कराना होता है। इसके अलावा मतदान केंद्र पर कोई परेशानी या उपद्रव होने पर भी अधिकारियों से चर्चा करना होती है। इसके लिए मोबाइल फोन की आवश्यकता होती है।

जिले के 1318 केंद्रों में मोबाइल नेटवर्क की कोई समस्या नहीं है। शमशाबाद का भन्नाखेड़ा ही एक केंद्र है। जहां पर मोबाइल नेटवर्क नही मिलता है। चुनाव में लगे कर्मचारी बताते है कि पिछले चुनाव में भी इस गांव में यही स्थिति थी।


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