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मप्र में इंटरनेट पर सबसे ज्यादा सर्च किए गए कमलनाथ, सिंधिया और दिग्विजय

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह इस साल इंटरनेट पर सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले नेताओं में शुमार हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 13 Oct 2018 09:40 PM (IST)Updated: Sun, 14 Oct 2018 12:09 AM (IST)
मप्र में इंटरनेट पर सबसे ज्यादा सर्च किए गए कमलनाथ, सिंधिया और दिग्विजय
मप्र में इंटरनेट पर सबसे ज्यादा सर्च किए गए कमलनाथ, सिंधिया और दिग्विजय

नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है। आम लोगों में भी चुनाव और नेताओं को लेकर दिलचस्पी बढ़ रही है। हर जगह चुनावों को लेकर न सिर्फ चर्चा है, बल्कि नेताओं के बारे में जानने के लिए लोग इंटरनेट का सहारा भी ले रहे हैं। इस साल मध्य प्रदेश से इंटरनेट पर सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले नेताओं में कांग्रेस के ज्यादा हैं।

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कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया और समन्वय समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह इस साल इंटरनेट पर सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले नेताओं में शुमार हैं। वहीं, भाजपा से सिर्फ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही इन नेताओं के बराबर सर्च किए गए हैं।

Kamal Nath, Scindia and Digvijay

इंटरनेट पर भाजपा के नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय और राकेश सिंह की लोकप्रियता बहुत कम दिखी। गूगल सर्च के मामले में ये सभी शिवराज, कमलनाथ, सिंधिया और दिग्विजय सिंह से काफी पीछे हैं। हालांकि, सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स की बात करें तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सबसे आगे हैं।

shivraj chauhan

गूगल सर्च के डाटा बताता है कि शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया को हर महीने न्यूनतम दस हजार से लेकर अधिकतम एक लाख बार सर्च किया गया। वहीं, कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह और नरेंद्र सिंह तोमर अधिकतम दस हजार बार गूगल पर सर्च किए गए हैं।

आइटी एक्सपर्ट अक्षय हुंका बताते हैं कि यह डाटा इस साल का है। आमतौर पर लोग राजनेताओं के बारे में पढ़ने के अलावा उनकी निजी जिंदगी के बारे में भी जानना चाहते हैं। इसीलिए इन नेताओं के परिवार के अन्य सदस्यों, जाति, घर के बारे में भी काफी सर्च किया जाता है।

जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा, सर्च की संख्या में और इजाफा हो सकता है। इंटरनेट आंत्रप्रेन्योर शशांक वैष्णव बताते हैं कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा, इस तरह के सर्च और बढ़ेंगे। गूगल की-वर्ड टूल औसतन सर्च की संख्या बताता है। यह डाटा विश्वसनीय है। ज्यादातर कंपनियां इसी ट्रेंड के आधार पर अपनी रणनीति बनाती हैं।

ऐसे हुआ डाटा विश्लेषण 
गूगल सर्च का यह डाटा गूगल एडवर्ड की वर्ड प्लानर टूल पर उपलब्ध है। इसमें गूगल पर सर्च होने वाले कीवर्ड से यह डाटा निकलता है। इसमें सर्च की संख्या हर महीने की औसत है।


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