किसान पुत्र हैं सीएम, फिर भी किसान परेशान : भूपेंद्र सिंह हुड्डा
हुड्डा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री बीमा योजना प्राइवेट बीमा कंपनियों को मुनाफा देने का माध्यम बन गई हैं।
भोपाल। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसा है कि वे किसान पुत्र हैं फिर भी उनके राज में मध्यप्रदेश का किसान परेशान हैं। न उन्हें फसल की सही कीमत मिल रही, न पर्याप्त बिजली। जब वे अपनी परेशानियों के लिए आंदोलन करते हैं तो उन पर गोलियां चलाई जाती हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार को किसान विरोधी सरकार बताया।
हुड्डा ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि किसान की हालत का अंदाज इससे लगाया जा सकता है कि उसने अपनी परेशानियों को लेकर 2016 में 4837 आंदोलन किए हैं। जबकि यूपीए सरकार में यह संख्या 687 ही थी। आज किसान को फसल की कीमत नहीं मिल रही। वह कर्ज में दबा जा रहा है और सरकार कर्ज माफी नहीं कर रही है। इसके चलते हर आठ घंटे में एक किसान आत्महत्या कर रहा है। मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान अब तक 21 हजार किसान आत्महत्या कर चुके हैं।
हुड्डा ने कुछ आंकड़े भी पेश किए। पत्रकारवार्ता में उन्होंने प्याज खरीदी का 1100 करोड़, 250 करोड़ का दाल, कृषि पंपों में 50 हजार करोड़ रुपए की सबसिडी घोटाले सहित मंडियों में किसानों के नाम पर खाने में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री बीमा योजना प्राइवेट बीमा कंपनियों को मुनाफा देने का माध्यम बन गई हैं। हुड्डा ने कहा कि बीमा कंपनियों को किसानों के प्रीमियम से 14 हजार 828 करोड़ रुपए की राशि मिली, जबकि उनके द्वारा सिर्फ 5650 करोड़ रुपए का मुआवजा बांटा गया।