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Lok Sabha Election 2019 : शिक्षा व्यवस्था में सुधार यूथ की प्राथमिकता; पहला मुद्दा, पहला वोट

Lok Sabha Election 2019. जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र के घाटशिला के युवाओं का इस बार बड़ा मुद्दा होगा- शिक्षा व्यवस्था में सुधार और रोजगार।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 04 Apr 2019 12:43 PM (IST)Updated: Thu, 04 Apr 2019 12:43 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019 : शिक्षा व्यवस्था में सुधार यूथ की प्राथमिकता; पहला मुद्दा, पहला वोट
Lok Sabha Election 2019 : शिक्षा व्यवस्था में सुधार यूथ की प्राथमिकता; पहला मुद्दा, पहला वोट

घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम),संस।  जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र के घाटशिला के युवाओं का इस बार बड़ा मुद्दा होगा- शिक्षा व्यवस्था में सुधार और रोजगार। उनका मानना है कि बेहतर शिक्षा प्राप्तकर रोजगार पाने से ही गांव व समाज की सूरत बदल सकती है। सरकार को इसे प्राथमिकता सूची में रखना चाहिए। दैनिक जागरण द्वारा आयोजित पहला मुद्दा, पहला वोट कार्यक्रम के दौरान घाटशिला कालेज के युवाओं ने खुलकर अपनी बात रखी।

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पहली बार वोट डालने को लेकर युवाओं में उत्साह देखते बन रहा है। कहा, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, आवास, स्वच्छता समेत कई तरह के विषय पर काम हो रहे हैं, पर सरकारी शिक्षा व्यवस्था में सुधार और हर युवा को रोजगार सुनिश्चित करने की दिशा में ठोस पहल नहीं हो रही है। पार्टियां इसे प्राथमिकता दें। इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रभारी प्राचार्य एमडीपी सिंह के संबोधन से हुई। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण का यह अभियान युवाओं के लिए सार्थक मंच है। चुनाव में युवाओं की भागीदारी से ही लोकतंत्र की नींव मजबूत होगी। उन्होंने हर यूथ से सबसे पहले बूथ पर जाकर वोट डालने की अपील की। कहा कि प्रत्याशी की जांच-परख के बाद ही वोट दें। अच्छे प्रत्याशी का चुनाव करेंगे तभी वह युवाओं के मुद्दों पर ध्यान देगा। मौके पर अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. नरेश कुमार, प्रो. इंदल पासवाल, डैजी सेवा, प्रो. सपना आश, डा. कंचन सिन्हा, बबलू महतो, मानिक मार्डी भी मौजूद थे।

ये बोले युवा

शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार ने कोई ठोस पहल नहीं की है। गरीबी दूर करने और स्वच्छता पर जोर देने से पहले शिक्षा व्यवस्था में सुधार जरूरी है। शिक्षित समाज बनाने की जरूरत है।

-लक्ष्मीकांत कर्मकार, स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष

लालच में आकर किसी प्रत्याशी को वोट नहीं दें। पढ़े-लिखे और मुद्दों की समझ रखने वाले प्रत्याशी को ही चुनें। मतदान जरूर करें। मतदान से ही समाज की सूरत बदल सकती है।

-कविता कुमार सिंह, स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष।

मुङो पहली बार वोट देने का मौका मिला है। सोच समझकर जनप्रतिनिधि का चयन करूंगा। जिससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार और रोजगार की उम्मीद है, उन्हें ही वोट दूंगा। शिक्षा से ही समाज बदलेगा।

-रेवती कैवर्त, स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष।

जाति धर्म से ऊपर उठ कर वोट देने का मौका मिला है, इसलिए हम वैसे प्रतिनिधि का चुनाव करूंगी जो शिक्षा के विकास को अपना चुनावी मुद्दा समझता हो। पार्टी से ज्यादा प्रत्याशी महत्वपूर्ण है।

-शोभा रानी भकत, स्नातकोत्तर ।


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