उत्तराखंड लोकसभा चुनावः मातृ शक्ति ने लोकतंत्र में फिर कराया ताकत का अहसास
देवभूमि में आम चुनाव में मातृशक्ति ने एक बार फिर अपनी ताकत का अहसास कराते हुए 64.37 प्रतिशत मतदान किया है जो पुरुषों की तुलना में 5.50 प्रतिशत अधिक है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। पर्वतीय क्षेत्रों की आर्थिकी में बड़ी भूमिका निभा रही मातृशक्ति अब लोकतंत्र के महोत्सव को संवारने में भी अहम किरदार अदा कर रही हैं। भले ही प्रदेश में राजनीतिक दल मातृशक्ति को टिकट देने में हिचकिचाते रहे हैं, लेकिन उन्होंने 2019 के मतदान में बड़ी भागीदारी कर उल्लास भर दिया।
देवभूमि में आम चुनाव में मातृशक्ति ने एक बार फिर अपनी ताकत का अहसास कराते हुए 64.37 प्रतिशत मतदान किया है जो पुरुषों की तुलना में 5.50 प्रतिशत अधिक है। महिलाओं का यह मतदान राज्य गठन के बाद अब तक हुए लोकसभा चुनावों में सर्वाधिक भी है। देवभूमि में मातृशक्ति लोकतंत्र की सबसे मजबूत प्रहरी के रूप में उभर कर सामने आई हैं।
राज्य गठन के बाद प्रदेश में हुए लोकसभा चुनाव में महिला मतदाताओं ने खासे उत्साह के साथ मतदान किया है। वर्ष 2010 के बाद से चुनावों में महिलाओं का मत प्रतिशत पुरुषों की तुलना में लगातार बढ़ रहा है।
वर्ष 2002 में हुए पहले विधानसभा चुनावों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत 52.64 था। 2007 में यह आंकड़ा 59.54 प्रतिशत पर पहुंचा। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनावों में 68.84 तो 2017 में 69.30 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया। जहां चुनावों में महिला मतदाताओं की भागीदारी बढ़ रही है तो वहीं पुरुष मतदाताओं का मतदान प्रतिशत घट रहा है।
इसी प्रकार 2004 के लोकसभा चुनाव में 44.94 फीसद महिलाओं ने मताधिकार का प्रयोग किया था। यह आंकड़ा 2019 में बढ़कर 64.37 फीसद पर पहुंच चुका है।
70 विधानसभा सीटों में 54 पर महिलाएं आगे
प्रदेश में लोकसभा चुनावों के दौरान महिला मतदाताओं द्वारा किए गए मतदान पर नजर डालें तो इन पांच लोकसभा सीटों में 70 विधानसभा सीटें आती हैं। यानी एक लोकसभा क्षेत्र में 14 विधानसभा सीट। इन 70 विधानसभा सीटों में 54 में मतदान के मामले में महिला मतदाता पुरुषों से आगे हैं।
विशेष यह कि पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट पर तो सभी 14 विधानसभा सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया है। टिहरी गढ़वाल लोकसभा की 14 विधानसभा सीटों में से 12 पर महिलाएं मतदान में आगे हैं। अल्मोड़ा लोकसभा सीट की 14 विधानसभाओं में 12 पर महिला मतदाता आगे हैं। नैनीताल में भी 14 विधानसभाओं में से 12 पर महिला मतदाता आगे हैं।
वहीं, हरिद्वार लोकसभा की 14 विधानसभा में से चार पर महिला मतदाताओं ने पुरुषों से अधिक वोट किया है। हालांकि आठ विधानसभा में पुरुष व महिला मतदान का प्रतिशत तकरीबन बराबर ही है। सबसे अधिक 78 फीसद मतदान सितारगंज में महिलाओं ने मतदान में खासी रुचि दिखाई है।
विधानसभावार आंकड़ों पर नजर डालें तो महिलाओं ने सबसे अधिक 78.55 प्रतिशत मतदान सितारगंज में किया है, जबकि सबसे कम 46.78 प्रतिशत मतदान सल्ट में हुआ है। हालांकि, सल्ट में भी महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत कुल मतदान प्रतिशत से 38.75 प्रतिशत से अधिक है।
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