Phase 1 Lok Sabha Election Voting मतदान पर चढ़ा गुलाबी रंग, महिलाओं के हवाले रहे ये बूथ
Phase 1 Lok Sabha Election Voting बिहार में पहले चरण के मतदान के दौरान बड़ी संख्या में बूथ महिलाओं के भी हवाले रहे। वहां मतदान की पूरी जिम्मेदारी महिलाएं ही निभातीं दिखीं।
गया/ जमुई [जागरण टीम]। लोकतंत्र के प्रति लोगों की आस्था, विश्वास, दायित्व, अधिकार-कर्तव्य हर चीज का बोध करा रहे मतदान केंद्रों पर गुरुवार को देश का सबसे बड़ा चुनावी त्योहार मनाया गया। बिहार में पहले चरण में गया, औरंगाबाद, नवादा व जमुई संसदीय सीटों पर गुरुवार को मतदान हुआ। कुछ मतदान केंद्रों को प्रतीक के तौर पर गुलाबी रंग में रंगा गया था।
गया के नक्सल प्रभावित बाराचट्टी का अदलपुर व घोड़सारी मतदान केंद्र लोगों को खूब भाया। वहां गुलाबी रंग के ही तोरण द्वार बनाए गए थे। मतदाताओं को जागरूक करने वाली अपील भी की गई। सबसे बड़ी बात यह कि ये केंद्र नारी सशक्तीकरण का भी प्रतीक बने। पूरा केंद्र महिलाओं के हवाले रहा। सुरक्षाकर्मी से लेकर मतदानकर्मी तक सभी महिलाएं थीं। वे गुलाबी परिधान में ही नजर आ रहीं थीं। वर्दीधारी महिलाएं बांह पर गुलाबी पट्टी बांधे दिखीं। ऐसे बूथों को 'पिंक बूथ' का नाम दिया गया।
आदर्श व सखी मतदान केंद्र पर आनेवाले पुरुष व महिला मतदाताओं के लिए अलग अलग गैलरी बनाई गई। पोर्टिको में मतदाताओं के लिए सोफा, कूलर, पंखा के साथ शुद्ध व शीतल पेयजल की व्यवस्था की गई।
इतना ही नहीं महिला मतदाताओं के साथ आने वाले बच्चों के लिए खिलौने और टॉफी की भी व्यवस्था दिखी। कारपेट भी बिछाया गया। जमुई के शेखपुरा सहित कई जगह इन बूथों पर सांस्कृतिक आयोजन भी किए गए थे। वहां सांस्कृतिक कर्मी अपनी प्रस्तुतियां देते दिखे।
गया के हर विधानसभा क्षेत्र में पांच सखी मतदान केंद्र भी बनाए गए। वहां महिलाएं ही चुनाव कराती दिखीं। पर उनके लिए गुलाबी परिधान की बंदिश नहीं थी। इसके साथ आदर्श मतदान केंद्र भी बनाए गए। ऐसे केंद्रों पर गुलाब देकर मतदाताओं का स्वागत किया गया।
गयाके बाराचट्टी के भगहर गांव में फूलों और होर्डिंग्स से खूबसूरत सजावट की गई थी। सजावट के लिए कोलकाता से फूल मंगाए गए। भगहर निवासी वृद्ध मतदाता रघुनंदन महतो कहते हैं कि गांव में इस तरह का मतदान केंद्र पहली बार देखा, लेकिन इस बार तो मेला लग रहा है। खिरू महतो, कुलेश्वर महतो, रामजी महतो, रामजी साव, पैरू महतो आदि कहते हैं पहले तो बच्चों को बूथ पर लेकर आने की मनाही होती थी। इस बार तो उनके खेलने की व्यवस्था की गई।
बाराचट्टी के प्रखंड विकास पदाधिकारी पंकज कुमार कहते हैं कि पिंक व सखी मतदान केंद्रों पर महिला मतदानकर्मी ही थीं। इसका उद्देश्य विशेषकर महिला मतदाताओं को जागरूक करना था। पुरुष मतदाताओं में भी जागरूकता रही। इसके जरिए यह बताने की कोशिश की गई कि महिलाएं अब हर क्षेत्र में आगे हैं। वे चुनाव भी करा रही हैं।