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Lok Sabha Election 2019 : खामोशी से चुनावी मंजर देख रहा चोटी पर बसा लखाईडीह

Lok Sabha Election 2019. समुद्रतल से लगभग 250 मीटर की ऊंचाई पर दलमा श्रृंखला की लखाईडीह पहाड़ी पर बसा डुमरिया प्रखंड का यह गांव चुनावी शोर से अलग-थलग है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 06 May 2019 02:23 PM (IST)Updated: Mon, 06 May 2019 02:23 PM (IST)
Lok  Sabha Election 2019 : खामोशी से चुनावी मंजर देख रहा चोटी पर बसा लखाईडीह
Lok Sabha Election 2019 : खामोशी से चुनावी मंजर देख रहा चोटी पर बसा लखाईडीह

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। पूर्वी सिंहभूम के जिला मुख्यालय, जमशेदपुर से तकरीबन 95 किलोमीटर दूर पहाड़ की चोटी पर बसा लखाईडीह गांव बड़ी खामोशी के साथ चुनावी मंजर देख रहा है। समुद्रतल से लगभग 250 मीटर की ऊंचाई पर दलमा श्रृंखला की लखाईडीह पहाड़ी पर बसा डुमरिया प्रखंड का यह गांव चुनावी शोर से अलग-थलग है।

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गांव में न तो कोई राजनीतिक कार्यकर्ता है और न ही कोई चुनाव प्रचार करने पहुंचा है। लेकिन ग्रामीणों को मालूम है कि 12 मई को नीचे उतरकर वहां से पांच किलोमीटर दूर भीतर आमदा के सरकारी स्कूल में जाकर वोट डालना है। किसे देना है वोट। काफी कुरेदने पर भी ग्रामीण बताने को तैयार नहीं हैं।

एक आइएएस की इच्छाशक्ति ने बदली तस्वीर

 भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी केके सोन की इच्छाशक्ति और ग्रामीणों के सहयोग का परिणाम देखना है लखाईडीह गांव आइए। इस गांव में पक्की पहुंच सड़क है, आवासीय स्कूल है, बिजली और पानी की सुविधा भी है। रात में पूरा गांव रोशन रहता है। यह गांव हिमाचल प्रदेश के किसी हिल स्टेशन से कम नहीं।

कुएं में मोटर लगा पानी खींचते हैं लोग

 गांव में दो कुएं हैं। इन कुओं में मोटर लगाई गई है। ग्रामीण मोटर चला कर पाइप के जरिए पानी खींचते हैं। लंबे पाइप को घरों के सामने ले जाकर पानी भर लिया जाता है।

पहाड़ काट कर बनी सड़क से शिमला का अहसास

पहले ये गांव दुनिया से कटा हुआ था। ग्रामीणों को नीचे उतरने के लिए आठ किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था। लेकिन सोन ने कई करोड़ की लागत से यहां सड़क का निर्माण कराया। पहाड़ को काट कर बनाई गई घुमावदार सड़क शिमला में होने का एहसास कराती है। ऊपर पहुंचने पर हर कोई दंग रह जाता है। पहाड़ पर बसे इस गांव में प्राथमिक स्कूल के साथ ही आवासीय स्कूल भी है। स्कूल में सरकार की तरफ से खाने-पीने की सुविधा है। जलापूर्ति के डीप बोरिंग थी। ये डीप बोरिंग कुछ दिन पहले ही सूख गई है तो दूसरी बोरिंग की गई। इस बोरिंग से अब पाइप के जरिए प्राथमिक व आवासीय स्कूल में पानी देने की कवायद चल रही है। 400 लोगों की आबादी वाले इस गांव के जाहिरा टोला व आश्रम टोला दोनों में विकास दिखता है। 55 में से 18 घरों में पीएम उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर मिला है। 15 लोगों को पीएम आवास मिले हैं।

सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू तक पहुंचा छात्र

सोन ने यहां के छह छात्रों को गोद लिया है। इनमें विक्रम टुडू, दासो मुंडा, रघुनाथ मुंडा, अनपा टुडू आदि हैं। ये छात्र दिल्ली, रांची और जमशेदपुर में उच्च शिक्षा हासिल कर रहे हैं। यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में इंटरव्यू तक पहुंचने वाला विक्रम टुडू जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहा है। लखन मुमरू बताते हैं कि यहां के युवक आइएएस व डाक्टर बन नाम रौशन करना चाहते हैं।

की आबादी वाले इस गांव में विकास दिखता है

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