उदयपुर लोकसभा : पांच साल बाद फिर अर्जुन-रघु के बीच मुकाबला !
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित उदयपुर लोकसभा सीट पर उलटफेर नहीं हुआ तो पांच साल बाद फिर भाजपा के अर्जुनलाल मीणा और कांग्रेस के रघुवीरसिंह मीणा के बीच मुकाबला तय है।
उदयपुर, सुभाष शर्मा। लोकसभा चुनाव के लिए राजस्थान में प्रत्याशियों की घोषणा को लेकर भाजपा ने बाजी मार ली है। मेवाड़ की दो सीट उदयपुर से मौजूदा सांसद अर्जुनलाल मीणा और चित्तौडग़ढ़ से मौजूदा सांसद सीपी जोशी को प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है जबकि राजसमंद और बांसवाड़ा-डूंगरपुर से प्रत्याशी की घोषणा बाकी है। इधर, कांग्रेस विधानसभा चुनाव की भांति प्रत्याशियों की घोषणा को लेकर एक बार फिर पिछड़ गई है।
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित उदयपुर लोकसभा सीट पर कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो यहां पांच साल बाद एक बार फिर भाजपा के अर्जुनलाल मीणा और कांग्रेस के रघुवीरसिंह मीणा के बीच मुकाबला तय है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में अर्जुनलाल मीणा ने रघुवीरसिंह को 2 लाख 36 हजार 762 मतों से हराया। भाजपा ने यहां से अर्जुनलाल मीणा का नाम घोषित कर दिया जबकि कांग्रेस से पार्टी के कार्यसमिति सदस्य एवं पूर्व सांसद रघुवीरसिंह मीणा का नाम लगभग तय हो चुका है।
उनका दावा इसलिए मजबूत माना जा रहा है कि सलूम्बर विधानसभा चुनाव में हारने के बाद रघुवीरसिंह मीणा लोकसभा चुनाव को लेकर क्षेत्र में पूरी तरह सक्रिय बने हुए हैं। इसके अलावा पार्टी के ज्यादातर नेता यह मान रहे हैं कि पार्टी के समक्ष रघुवीरसिंह मीणा से बेहतर कोई विकल्प भी नहीं, जो भाजपा को चुनौती दे पाए। वह पूर्व में
उदयपुर के सांसद भी रह चुके हैं।
हालांकि रघुवीरसिंह मीणा के सामने सबसे बड़ी चुनाती पिछली हार के मतों के अंतर को पाटने की है। अर्जुन मीणा और रघुवीर सिंह एक ही विधानसभा सलूम्बर के हैं। दोनों ही वहां से विधायक भी रह चुके हैं। चुनाव को लेकर दोनों नेताओं के अपने-अपने दावे हैं। सांसद अर्जुनलाल मीणा का कहना है कि जनता भाजपा के पक्ष में हैं। राज्य में सत्ता विरोधी लहर के बावजूद इस लोकसभा क्षेत्र में भाजपा ने लीड ली थी। वह पहले से अधिक मतों से जीतकर रिकार्ड बनाएंगे।
इधर, रघुवीरसिंह मीणा का कहना है कि विधानसभा चुनाव में मेवाड़ की जनता ठगी गई। कांग्रेस ने सत्ता में आते ही जो वादे किए, सभी पूरे किए। चाहे वह किसान से किया वादा हो या युवाओं से। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भले ही भाजपा से 18 हजार मतों से पिछड़ गई लेकिन उस समय ठगी गई जनता इस बार उनके साथ है।