Lok Sabha Election 2019: उधमपुर-डोडा सीट पर कांग्रेस, भाजपा में गढ़ बचाने की टक्कर
कभी कांग्रेस की गढ़ रही ऊधमपुर-डोडा सीट पर अब तक 13 बार हुए चुनावों में कांग्रेस नौ बार जीती है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू संभाग की उधमपुर- डोडा संसदीय सीट पर कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी के बीच गढ़ बचाने की टक्कर है। वर्ष 2014 के चुनाव में गुलाम नबी आजाद को हराकर सांसद बने प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डा जितेन्द्र सिंह, जीत दोहराने के लिए मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस पूरा जोर लगाकर लगा रही है कि वह यह सीट भाजपा से छीन कर हिसाब बराबर करे। कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह, पूर्व सदर-ए-रियासत डाॅ कर्ण सिंह के पुत्र हैं। इस सीट से भाग्य आजमा रहे दो बार कांग्रेस के सांसद रहे चौधरी लाल सिंह व तीन बार रामनगर के बार विधायक रहे हर्षवेद सिंह भी चुनौती बढ़ा रहे हैं।
इस संसदीय सीट के लिए मतदान 18 अप्रैल को है व 17 विधानसभा क्षेत्रों पर अाधारित इस संसदीय सीट के 12 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 16,85,779 मतदाता करेंगे। मंगलवार शाम को इस सीट पर प्रचार समाप्त हाेने के बाद अब मतदाताओं के दरबाजे खटखटाने के लिए डोर-टूर-डोर अभियान चलेगा।
संसदीय क्षेत्र के किश्तवाड़ में आरएसएस नेता चन्द्रकांत शर्मा व उनके पीएसओ की आतंकवादी हत्या के बाद बिगड़े हालात में वोटाें का धुव्रीकरण हुआ है। करीब पांच महीने पहले किश्तवाड़ में भाजपा के नेता अनिल परिहार व उनके भाई अजीत परिहार की भी आतंकवादी हमले में हत्या कर दी गई थी। ऐसे में इस समय जिले में आतंकवाद से सख्ती से निपटे जाने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर हैं। मंगलवार को क्षेत्र से कर्फ्यू हटा लिया गया। सीट के समीकरण रौचक हैं। मुख्य दावेदारों भाजपा के डा जितेन्द्र सिंह व कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह के परिवार भी राजनीतिक आधार पर बंटे हुए हैं। डाॅ जितेन्द्र सिंंह के छोटे भाई व नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता देवेन्द्र सिंह राणा, कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने के लिए जोर लगा रहे हैं। वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह को अपने भाई व भाजपा के नेता अजातशत्रु सिंह से कड़ी टक्कर मिल रही है।
वर्ष 2014 में भाजपा विधायक बने चौधरी लाल सिंह, इस बार यहां डोगरा स्वाभिमान ट्रस्ट के उम्मीदवार के रूप में भाजपा, कांग्रेस काे टक्कर दे रहे हैं तो पिछली बार भाजपा को वोट दिलवाने वाले हर्षदेव सिंह इस बार खुद भाग्य आजमा रहे हैं। कभी कांग्रेस की गढ़ रही ऊधमपुर-डोडा सीट पर अब तक 13 बार हुए चुनावों में कांग्रेस नौ बार जीत चुकी है। वर्ष 2014 में भाजपा के डा. जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद को हरा कर इस सीट पर जीत दर्ज की। यह सीट किश्तवाड़, रामबन, डोडा, कठुआ, रियासी, ऊधमपुर व सांबा जिले के कुछ हिस्सों पर आधारित है। वर्ष 2014 के संसदीय चुनाव के बाद उसी साल हुए विधानसभा चुनावों में भी भाजपा ने ऊधमपुर जिले की सभी तीन, कठुआ की सभी पांच, रियासी की एक और डोडा क्षेत्र की तीन सीटों पर कब्जा किया था। इसके बाद कांग्रेस ने रियासी की दो और डोडा-रामबन की दो सीटों पर विजय दर्ज की थी।
छह जिलों में बंटी है ऊधमपुर-डोडा सीट
जम्मू संभाग का उधमपुर-डोडा संसदीय क्षेत्र 20,230 वर्ग किलोटर में फैला है। संभाग के छह जिलों किश्तवाड़, रामबन, डोडा, कठुआ, रियासी, उधमपुर परआधारित इस सीट के मतदाताओं की संख्या 16.86 लाख के करीब है। इनमें में 876,319 पुरूष व 789,105 महिला मतदाता हैं। संसदीय क्षेत्र के 20,252 सर्विस मतदाताओं में 260 महिलाएं हैं। वहीं मतदाताओं में 43 ट्रांसजेंडर भी हैं। संसदीय क्षेत्र में चुनाव काे कामयाब बनाने के लिए 2710 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। संसदीय क्षेत्र में 17 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। सबसे अधिक 491,900 मतदाता कठुआ जिले में हैं। इनमें से 254,907 पुरूष हैं। जिले में 5 विधानसभा क्षेत्र हैं। रियासी जिले में 263,529, उधमपुर जिले में 343,612 मतदाता शामिल हैं।
यह विधानसभा क्षेत्र आते हैं अधीन : किश्तवाड़, डोडा, भद्रवाह, इंद्रवाल, रामबन, बनिहाल, गुलाबगढ़, रियासी, गुल गुलाबगढ़, उधमपुर, रियासी, रामनगर, बनी, बसोहली, कठुअा, बिलावर, हीरानगर।
यह रहे हैं सांसद अब तक:
- 1967 - डा. कर्ण सिंह, कांग्रेस
- 1968 - ब्रिगेडियर घंसारा सिंह, कांग्रेस
- 1971 - डा. कर्ण सिंह, कांग्रेस
- 1977 - डा. कर्ण सिंह, कांग्रेस
- 1980 - डा. कर्ण सिंह, कांग्रेस
- 1984 - गिरधारी लाल डोगरा, कांग्रेस
- 1989 - धर्मपाल शर्मा, कांग्रेस
- 1991 - चुनाव नहीं हुए
- 1996 - प्रो. चमन लाल गुप्ता, भाजपा
- 1998 - प्रो. चमन लाल गुप्ता, भाजपा
- 1999 - प्रो. चमन लाल गुप्ता, भाजपा
- 2004 - लाल सिंह, कांग्रेस
- 2009 - लाल सिंह, कांग्रेस
- 2014 - डा. जितेंद्र सिंह, भाजपा