पिता के आभामंडल से बाहर निकलकर भिड़तीं दो दिग्गजों की बेटियां, काम से हो रहा है आकलन
Lok Sabha Election 2019 उत्तर-मध्य मुंबई लोकसभा क्षेत्र में प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन और कांग्रेस नेता रहे अभिनेता सुनील दत्त की बेटी प्रिया दत्त में मुकाबला होगा।
मुंबई, ओमप्रकाश तिवारी। उत्तर-मध्य मुंबई लोकसभा क्षेत्र में लड़ाई दो दिग्गजों की बेटियों के बीच है। लेकिन ये बेटियां अब अपने पिताओं के प्रभामंडल से बाहर निकल चुकी हैं। मतदाता इनका आकलन इनके पिता की छवि से नहीं, बल्कि इनके काम और व्यवहार से करने की कोशिश कर रहे हैं। कभी भाजपा के दिग्गज नेताओं में से एक रहे प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन उत्तर-मध्य मुंबई से सांसद हैं, और दूसरी बार मैदान में हैं। उन्हें दूसरी बार चुनौती दे रही हैं कांग्रेस नेता रहे अभिनेता सुनील दत्त की बेटी प्रिया दत्त। प्रिया दत्त पिछला चुनाव 1 लाख 86 हजार 771 मतों से हारी थीं।
उसके बाद से वह लगातार चुनाव न लड़ने की बात कहती आ रही थीं। लेकिन कुछ दिनों पहले ही उन्होंने फिर से चुनाव लड़ने की हामी भर दी और उन्हें कांग्रेस आलाकमान ने टिकट भी दे दिया। प्रिया दत्त इस क्षेत्र से दो बार सांसद रह चुकी हैं। उससे पहले उनके पिता सुनील दत्त भी 1984 से 2004 के बीच पांच बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके थे।2008 में हुए परिसीमन से पहले उनका क्षेत्र उत्तर-पश्चिम मुंबई के नाम से जाना जाता था।
इस क्षेत्र में मुस्लिमों की आबादी पांच लाख से अधिक है। इस वर्ग के बीच सुनील दत्त की लोकप्रियता ही उन्हें इस क्षेत्र से अजेय बना देती थी। यही वर्ग प्रिया दत्त की ताकत बनता रहा। 2014 में जब पूनम महाजन को इस क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया तो उन्हें पार्टी का यह निर्णय पसंद नहीं आया था। वह उत्तर-पूर्व मुंबई
की सीट से उम्मीदवारी चाहती थीं। क्योंकि उनके पिता प्रमोद महाजन वहां से चुनाव लड़ चुके थे, और वहां के कार्यकर्ताओं से उनका अच्छा तालमेल था। लेकिन प्रबल मोदी लहर में करीब दो लाख मतों से जीतने के बाद पूनम ने इस क्षेत्र में काम करके इसे अपना बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। एमपी लोकल एरिया डेवलपमेंट फंड का 91 फीसद हिस्सा खर्च कर उन्होंने क्षेत्र में ड्रेनेज, शौचालय, सामुदायिक केंद्र जैसे कई काम करवाए हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद इस क्षेत्र का गणित भी बदल चुका है। क्षेत्र की छह में से तीन विधानसभा सीटें शिवसेना के पास, दो भाजपा के पास और सिर्फ एक सीट कांग्रेस के पास है।
प्रिया ने जब इस क्षेत्र से पूनम को दोबारा चुनौती देने की हामी भरी, तब तक शिवसेना-भाजपा के बीच गठबंधन नहीं हुआ था। बल्कि दोनों दलों में करारा शब्दयुद्ध चल रहा था। सुनील दत्त और शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे के परिवार के बीच हमेशा मधुर संबंध रहे थे। प्रिया को उम्मीद थी कि भाजपा-शिवसेना के झगड़ों के बीच उन्हें ठाकरे परिवार का समर्थन मिल सकता है। लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। शिवसेना-भाजपा में फिर से गठबंधन हो गया है। दोनों दलों के कार्यकर्ता पहले से गठबंधन होने के पक्ष में थे। संबंध ठाकरे और महाजन परिवार के भी काफी मधुर रहे हैं। इन संबंधों को नवजीवन प्रदान करने के लिए पूनम शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मिलने उनके घर भी पहुंचीं। प्रिया संगठन के मोर्चे पर भी पूनम से मात खा रही हैं। पूनम स्वयं भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और भाजपाशिवसेना
का संगठन उनके साथ पूरी ताकत से लगा है। जबकि मुंबई कांग्रेस में हाल ही में हुए सांगठनिक बदलावों के कारण कांग्रेस का कोई संगठन ही नजर नहीं आ रहा। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी चुनावी सभा भी इसी क्षेत्र में होने जा रही है। इसके बाद पूनम की वजनदारी और भी बढ़ जाने की उम्मीद भाजपा को है।
भाजपा प्रचार में आगे
बीजेपी जहां मुंबई में मोदी की रैली की तैयारी कर रही है, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा की चुनावी सभा अब तक तय नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि जिस दिन मोदी मुंबई में सभा करेंगे उसी दिन राहुल नासिक और शिर्डी लोकसभा क्षेत्र के लिए सिन्नर में चुनावी रैली करेंगे। मुंबई में राहुल का रोड शो कराने की चर्चा है।
चौथे चरण में 17 सीटों पर मतदान
मुंबई की छह सीटों के अलावा कल्याण, भिवंडी, ठाणे, नासिक सहित महाराष्ट्र की 17 सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा। मुंबई के बीकेसी मैदान पर मोदी शुक्रवार शाम सभा को संबोधित करेंगे। शनिवार को इसी जगह वंचित आघाडी की रैली है जिसमें प्रकाश आंबेडकर और एआइएमआइएम नेता असदुद्दीन ओवैसी मौजूद होंगे।