बिहार: राबड़ी के दबाव में फिर पलटे तेज प्रताप, जहानाबाद में इंतजार करते रह गए चंद्रप्रकाश
परिवार और पार्टी की लाइन से अलग राजद प्रत्याशियों के खिलाफ दो सीटों पर अपनी पसंद के प्रत्याशी उतारने वाले तेज प्रताप यादव फिर पलट गए हैं। राबड़ी देवी और तेजस्वी का दबाव पड़ा है।
पटना, राज्य ब्यूरो। परिवार और पार्टी की लाइन से अलग राजद प्रत्याशियों के खिलाफ दो सीटों पर अपनी पसंद के प्रत्याशी उतारने वाले तेज प्रताप यादव फिर पलट गए हैं। माना जा रहा है कि आखिरी वक्त में तेज प्रताप पर राबड़ी देवी और तेजस्वी का दबाव पड़ा, जिसके चलते उन्हे जहानाबाद का दौरा टालने पर मजबूर होना पड़ा। शिवहर से चुनाव लड़ रहे एक अन्य बागी प्रत्याशी अंगेश सिंह का पर्चा चुनाव आयोग ने रद कर दिया।
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इंतजार करते रह गए चंद्रप्रकाश
जहानाबाद में राजद के अधिकृत प्रत्याशी सुरेंद्र यादव के खिलाफ चंद्रप्रकाश यादव के नामांकन में तेज प्रताप ने शामिल होने का वादा किया था। कई बार मीडिया में भी बयान दिया था, लेकिन जब वक्त आया तो चुप्पी लगा गए। चंद्रप्रकाश इंतजार ही करते रहे। हालांकि, उन्हें अभी भी उम्मीद है कि आगे चुनाव प्रचार में तेज प्रताप जरूर शिरकत करेंगे।
तेजस्वी ने मांग को कर दिया था खारिज
पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक लेने की अर्जी दाखिल करने के बाद से तेज प्रताप अपने घर-परिवार से दूर रह रहे हैं। पटना में राबड़ी देवी के आवास से अलग उन्होंने अपने लिए सरकारी आवास आवंटित करा रखा है। राजद में भी उनकी गतिविधियां न के बराबर हैं। पार्टी और परिवार से वह अपने करीबी लोगों के लिए दो सीट चाह रहे थे। इसके लिए उन्होंने दबाव भी बनाया था, किंतु तेजस्वी ने दबाव को खारिज करते हुए जहानाबाद और शिवहर सीट से राजद प्रत्याशियों का एलान कर दिया।
रोड शो में भी करनी थी शिरकत
तब तेज प्रताप ने लालू-राबड़ी मोर्चा बनाकर बगावत का एलान कर दिया। शिवहर में उन्होंने राजद के अधिकृत प्रत्याशी फैसल अली के खिलाफ अंगेश सिंह को मैदान में उतार दिया और उनके लिए प्रचार भी शुरू कर दिया। इसी कड़ी में उन्हें जहानाबाद में बुधवार को चंद्रप्रकाश के पर्चा दाखिल करने के दौरान मौजूद रहना था और रोड में भी हिस्सा लेना था।
लालू परिवार को सुकून
शिवहर में राजद के अधिकृत प्रत्याशी फैसल अली के खिलाफ तेज प्रताप के पसंदीदा प्रत्याशी अंगेश सिंह का नामांकन रद होने से लालू परिवार को सुकून मिला है। फैसल अली के खिलाफ तेज प्रताप वहां काफी आक्रामक थे और चुनाव प्रचार भी कर रहे थे। तेज प्रताप ने फैसल को भाजपा का एजेंट करार देकर अंगेश को ही राजद का असली प्रत्याशी बता रहे थे। नामांकन रद होने के बाद राजद प्रत्याशी के साथ-साथ पार्टी और परिवार को भी राहत मिली है।