गद्दी पर मोदी जी बैठें या राहुल.., गरीबों को कोई पूछने वाला नहीं है; Election Express..टाटा-बड़बिल पैसेंजर
Lok Sabha Election 2019. एक बात बताव चुनाव में कितनी सरकारें आईं और गईं। कभी किसी गरीब को चार पहिया वाहन में घूमते देखा है आपने।
टाटा-बड़बिल ट्रेन से गुरदीप राज। Lok Sabha Election 2019 टाटा-बड़बिल पैसेंजर ट्रेन की जनरल बोगी। ज्यादातर सीटें खाली थीं सो लोग आराम से बैठे हुए थे। ट्रेन राइट टाइम छूटी तो एक बाबू बोले वाह। पहली बार ऐसा हुआ है। ये ट्रेन हमेशा लेट चलती है। इसके बाद कुछ देर तक चुप्पी रही। कुछ देर बाद ट्रेन ने रफ्तार पकड़ी तो चुनावी चर्चा चल निकली। सामने बैठे बुजुर्ग बोले लोकसभा चुनाव की गर्माहट हर तरफ है। उनके बगल में बैठे किसान की तरह दिख रहे एक व्यक्ति ने कहा कि इस बार किसे वोट दिया जाए। कोई भाजपा तो कोई कांग्रेस को वोट देने की बात कहने लगा। फिर बहस छिड़ गई प्रधानमंत्री कौन बनेगा। किसी ने नरेंद्र मोदी का नाम लिया तो किसी ने राहुल का।
बड़ी देर से सब की बातें सुन रहे बुजुर्ग ने कहा-गद्दी पर मोदी बैठें या राहुल, गरीबों को कोई पूछने वाला नहीं है बाबू। गरीब पहले भी गरीब था। चुनाव के बाद भी गरीब ही रहेगा। एक बात बताव चुनाव में कितनी सरकारें आईं और गईं। कभी किसी गरीब को चार पहिया वाहन में घूमते देखा है आपने। चार पहिया तो दूर बेचारों के पास साइकिल व स्कूटर तक नहीं नसीब नहीं होता। सारी दिन मजदूरी करते ही वे थक कर चूर हो जाते हैं। तो क्या मोदी जी और क्या राहुल जी। जी हां, यह बातें खरसावां निवासी कुमरू सरदार ने टाटा-बड़बिल ट्रेन में सफर करने के दौरान मुझसे कहीं। मुझसे बात करते वक्त कुमरु सरदार सरकार से नाराज दिख रहे थे। कुमरू ने बात खत्म की तो बोगी में कुछ देर सन्नाटा रहा। ट्रेन अपनी रफ्तार से बढ़ रही थी। ट्रेन में भीड़ कम होने की वजह से लोग आराम से सीट पर बैठे हुए थे। तब मैने एक सवाल कर दिया कि ट्रेन तो समय पर ही पहुंच रही है। बस फिर क्या था इतना सुनना था कि एक बुजुर्ग मेरे ऊपर ही भड़क गए और कहने लगे कि क्या जानकारी है आपको ट्रेन के बारे में। हम लोग ङोलते हैं। ट्रेन लेट लतीफ चल रही हैं। एक तरफ सरकार ट्रेन की रफ्तार बढ़ाने का एलान करती है और दूसरी तरफ ट्रेनें समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाती है। जब ट्रेन को ही सरकार समय पर गंतव्य तक नहीं पहुंचा पा रही है तो देश कैसे आगे बढ़ाने की सोच रहे हैं।
बगल में बैठे राम सिंह बोले कि बुजुर्ग की बातें तो सही ही हैं क्योंकि पिछले तीन वर्षो से जम्मूतवी एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों की अपने निर्धारित समय से तीन से चार घंटे विलंब से ही टाटानगर स्टेशन पहुंच रही है। ट्रेन में चुनाव व वोट को लेकर हो रही चर्चा में अपनी दिलचस्पी दिखाते हुए एक सज्जन ने अपनी चुप्पी तोड़ दी और कहने लगे कि नहीं भाई मोदी जी गद्दी पर बैठते ही एक के बाद एक छक्के पर छक्के मार रहे हैं। उन्होंने उज्जवला योजना, आयुष्मान चिकित्सा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना तो गरीबों के लिए ही शुरु की है। इतना ही नहीं जिस पाकिस्तान के खिलाफ पहले हिंदुस्तान की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होती थी। वैसे में मोदी जी ने ही तो पाकिस्तान को हिला कर रखा दिया है। उनकी इस बात पर सबने ताली बजाई- एक साथ सब बोले.. बालाकोट पर बमबारी कर दी.. वाह मोदी जी.. वाह।
कुछ देर की चुप्पी के बाद कुमरु सरदार ने फिर मोर्चा संभाला. मोदी जी ने उज्जवला योजना शुरु की लेकिन कभी किसी गरीब के घर में जाकर देखा है कि गैस चूल्हा जल रहा है कि नहीं। आयुष्मान चिकित्सा योजना की कभी पड़ताल हुई है क्या कि गरीब को सच में इसका लाभ मिल रहा है कि नहीं। हां मोदी जी ने एक काम तो बहुत ही अच्छा किया है कि पाकिस्तान को सबक सिखाया है। बस बातों का दौर चल ही रहा था कि राजखरसांवा में आकर ट्रेन रुक गई। ट्रेन के रुकते ही मैंने सोचा कि अखबार में छापने लायक सामग्री तो मेरे पाकेट में आ ही गई है तो आगे का सफर करने से क्या फायदा क्योंकि दफ्तर में जाकर खबर को लिखना भी तो है। यह सोचते हुए मैं राजखरसावां स्टेशन में उतर गया और बस पकड़ कर जमशेदपुर पहुंच गया।
चर्चा के हिट टॉपिक
- उज्ज्वला योजना, आयुष्मान योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना की हो रही चर्चा
- ट्रेनों की लेट-लतीफी से भी परेशान हैं लोकल यात्री, समय पर ट्रेन चलाने की उठी मांग
-गांव-शहर के विकास को लेकर यात्रियों की राय भले अलग - अलग, लेकिन पाकिस्तान पर भारतीय सेना की सख्त कार्रवाई का श्रेय पीएम मोदी के नाम