LokSabha election 2019: कहीं वोट कटने तो कहीं समस्याओं पर भड़के मतदाता
एटा मैनपुरी और फीरोजाबाद में कई पोलिंग बूथों पर मतदाताओं ने किया गुस्से का इजहार। अधिकारियों ने किया मनाने का प्रयास।
आगरा, जेएनएन। तमाम इंतजामों के बाद भी मतदाता सूचियों में खामियां रह गईं। लोकतंत्र के महापर्व में आहुति देने पहुंचे मतदाताओं ने जब सूची में अपना नाम न पाया तो जमकर गुस्सा जाहिर किया। ऐसी भी शिकायतें सामने आई हैं कि मतदाता वोट डालने बूथ पर पहुंचा और सूची में उसेे मृतक दर्शाया गया है। ग्रामीणों इलाकों में सबसे ज्यादा मामले समस्याओं का निराकरण न होने पर मतदान बहिष्कार के भी सामने आए हैं।
ब्रज मंडल में तीसरे चरण में फीरोजाबाद, मैनपुरी और एटा लोकसभा सीट के लिए मंगलवार को पोलिंग हो रही है। मतदान शुरू होने के साथ ही ग्रामीण इलाकों से मतदान बहिष्कार की खबरें भी आने लगीं। पुलिस-प्रशासन ने इन्हें तुरंत संज्ञान लेते हुए अमला मौके पर भेजा।
एटा लोकसभा क्षेत्र के कासगंज के पटियाली में सुबह सुबह मतदाताओं ने बंदरों के आतंक का हवाला देते हुए मतदान से इन्कार कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि गांव में बंदरों से बड़ी परेशानी हो रही है और इन्हें पकड़ने या भगाने के कोर्इ इंतजाम नहीं किए गए हैं। खबर पाकर एसडीएम मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि मतदान के बाद बंदर पकड़वाए जाएंगे, तब जाकर ग्रामीण वोटिंग को राजी हुए। वहीं एटा लोकसभा के कासगंज में गांव पन्नी नगला में भी ग्रामीणों ने मतदान का सामूहिक बहिष्कार किया। गांव के निकट रेलवे समपार फाटक को बंद किए जाने से गांव के लोग परेशान हैं, उन्हें लंबा घूमकर रेलवे लाइन को पार करना पड़ रहा है। इस मतदान केंद्र पर सुबह 10 बजे तक मात्र 20 वोट डाले गए थे। गांव में पंचायत चल रही है, उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा।
वहीं मैनपुरी के करहल के गांव नगला जंगी में भी लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। उनका कहना है कि रेलवे अंडरपास के नीचे जलभराव की समस्या बनी हुई है, कोई सुनवाई नहीं होती। मैनपुरी के ही कुर्रा के भटुआ में मतदान बहिष्कार लोगों ने इस बात पर किया कि माइनर की सफाई नहीं हो रही और सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा।
वहीं फीरोजाबाद के जसराना के नगला केकन में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। यहां एक युवक की हत्या के मामले में ग्रामीण न्याय की मांग कर रहे थे। उप जिलाधिकारी जसराना देवेंद्र पाल सिंह, सीओ ओपी सिंह, थाना प्रभारी गिरीश चंद गौतम के साथ फोर्स मौके पर पहुंच गया। ग्रामीणों ने कहा कि पहले न्याय, उसके बाद हम करेंगे मतदान।
मतदाता सूचियों में भी खामी
तीसरे चरण की मतदान प्रक्रिया के दौरान कई जगह मतदाता सूचियों की त्रुटियां भी सामने आईं। मैनपुरी के किशनी में वोट डालने पहुंचे बुजुर्ग सिपाही राम उस समय भौंचक रह गए, जब सूची में उन्हें मृत दर्शाया गया था। जबकि वे खुद अपना वोटर कार्ड लेकर पहुंचे थे। इसी तरह फीरोजाबाद के छारबाग में करीब 60 वोटरों के नाम ही गायब थे। इन सभी वोटर्स ने बूथ पर हंगामा किया और वोट डालने की मांग की। प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझा बुझाकर शांत किया।
कासगंज के आजाद गांधी मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचे वृध्द दंपती काफी दूर से वोट डालने पहुंचे लेकिन बूथ पर मतदाता सूची में उनका नाम ही नहीं था। इससे होकर दंपती बूथ पर ही एक किनारे बैठ गए और मतदाताओं को देखने लगे।