लोकसभा में विपक्षी सुर में दिखी शिवसेना ने नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना
शिवसेना सासंद ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में नोटबंदी के जिक्र होने पर सवाल उठाया और कहा कि यह एक ऐसा कदम था, जिसने देश के लाखों व्यापारियों, किसानों का नुकसान किया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की पुरानी और अहम साझीदार शिवसेना गुरुवार को लोकसभा में सरकार के काम-काज पर हमला बोलती दिखी। सरकार पर निशाना साधते हुए सियासी संदेश भी देने की कोशिश की। कहा कि हम लंबे समय से साथ जरूर रहे हैं, लेकिन आगे भी रहेंगे, यह तय नहीं है। बातों बातों में ममता बनर्जी की भी तारीफ की और अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की भी। चर्चा के दौरान वह मुखातिब भी विपक्ष की ओर कुछ ज्यादा दिखे।
आम चुनाव से ठीक पहले शिवसेना की ओर से की गई इस टिप्पणी को काफी अहम माना जा रहा है। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव पर चर्चा में शामिल होते हुए शिवसेना सासंद आनंदराव अड़सुल ने नोटबंदी जैसी योजनाओं को लेकर भी सरकार पर तीखा हमला बोला। कहा कि यह ऐसी सरकार है, जो गलती होने के बाद भी गलती मानने को तैयार नहीं है।
शिवसेना सांसद ने पार्टी के साथ हुए भेदभाव का भी मुद्दा उठाया और कहा कि उनके साथ जो व्यवहार किया है, वह सभी को मालूम है। हालांकि इस व्यवहार का कोई खुलासा नहीं किया।
शिवसेना ने अकेले चलने का जिक्र करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी की तारीफ की और कहा कि वह भी अकेले चल रही है।
शिवसेना सासंद ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में नोटबंदी के जिक्र होने पर सवाल उठाया और कहा कि यह एक ऐसा कदम था, जिसने देश के लाखों व्यापारियों, किसानों और मजदूरों का नुकसान किया है। वाबजूद इसके सरकार इस गलती को मानते को तैयार नहीं है। सरकार ने कुछ अच्छे भी काम किए है, लेकिन कुछ गलतियां भी की है, जिसे सरकार को स्वीकार करना चाहिए।