राहुल के दक्षिण के सफर के बावजूद त्रिवेंद्रम में शशि थरूर की राह नहीं होगी आसान
भाजपा की कोशिश 2014 में मोदी लहर में केरल में खाता खोलने की थी और त्रिवेंद्रम में इसके प्रत्याशी ओ राजगोपाल कांग्रेस के शशि थरूर को चुनौती देते दिख भी रहे थे।
नई दिल्ली[नीलू रंजन]। वायनाड से राहुल गांधी के मैदान में उतरने से जहां केरल में बाकी सीटों पर भी कांग्रेस की स्थिति मजबूत होने का दावा किया जा रहा हो, लेकिन त्रिवेंद्रम से इस बार शशि थरुर की राह आसान नहीं होगी। पिछली बार मात्र 15 हजार वोटों से मात खाने वाली भाजपा ने इस बार त्रिवेंद्रम सीट से केरल में खाता खोलने की तैयारी में जुटी है।
इसके लिए भाजपा ने कुम्मानम राजशेखरन को मिजोरम के राज्यपाल पद से इस्तीफा दिलाकर मैदान में उतारा है। ध्यान देने की बात है कि त्रिवेंद्रम लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली नेमोम विधानसभा सीट पर परचम लहराकर भाजपा केरल में पहली जीत हासिल की थी।
भाजपा की कोशिश 2014 में मोदी लहर में केरल में खाता खोलने की थी और त्रिवेंद्रम में इसके प्रत्याशी ओ राजगोपाल कांग्रेस के शशि थरूर को चुनौती देते दिख भी रहे थे। लेकिन, आखिरकार शशि थरूर 15 हजार वोटों से अंतर से जीतने में कामयाब रहे थे। वैसे राजगोपाल ने इस सीट पर कुल दो लाख 82 हजार वोट हासिल कर यह साबित कर दिया था कि केरल में भाजपा अब उतनी अनजान पार्टी नहीं रह गई है।
2017 के अक्टूबर में वामपंथी हिंसा के खिलाफ कन्नूर से त्रिवेंद्रम तक 15 दिन की यात्रा निकालकर अमित शाह ने साफ कर दिया था कि केरल उनकी प्राथमिकता में है। केरल के ईसाई समुदाय से केजे अल्फांस को कैबिनेट में शामिल कर और सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ खड़ा होकर भाजपा ने केरल में जनाधार बढ़ाने की कोशिश की। जिसका फायदा इस बार भाजपा को मिलना तय माना जा रहा है।
केरल में चुनाव की तैयारियों से जुड़े भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार केरल में इस बार तीन-चार सीटों पर कड़ी टक्कर देने की स्थिति में है। लेकिन, त्रिवेंद्रम में हम सीट निकालने की स्थिति में हैं। उनके अनुसार राहुल गांधी के वायनाड़ जाने से वामपंथियों और कांग्रेस के बीच लड़ाई चरम पर पहुंच गई है। मुस्लिम वोटों के कांग्रेस की ओर से जाने से माकपा को सबसे अधिक नुकसान होने की संभावना है। वहीं कुछ सीटों पर सबरीमाला को लेकर नाराज हिंदू और कुछ इसाई समुदाय भाजपा के पीछे एकजुट हो सकते हैं।