जम्मू-कश्मीर में भाजपा के इन नेताओं को टिकट मिलना तय, लेह में फंसा पेंच
भारतीय जनता पार्टी ने बेशक छह संसदीय सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की औपचारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन पांच सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय हो गए हैं।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। भारतीय जनता पार्टी ने बेशक राज्य की छह संसदीय सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की औपचारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन पांच सीटों के लिए उसने अपने उम्मीदवारों को तय कर लिया है। इसके संबंध में सभी प्रत्याशियों को अलर्ट भी कर दिया गया है। माना जा रहा है कि औपचारिक घोषणा मंगलवार को संभव है।
लद्दाख संसदीय सीट के लिए अभी भी कशमकश जारी है। वहां की स्थिति का आकलन करने व उम्मीदवार तय करने के लिए भाजपा का एक उच्चस्तरीय दल जल्द ही लेह जाएगा। इस दल की रिपोर्ट के बाद ही भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति लद्दाख से उम्मीदवार का एलान करेगी।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने उधमपुर-डोडा संसदीय क्षेत्र के मौजूदा सांसद और पीएमओ में मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह पर ही भरोसा जताया और उनके नाम पर मुहर लगा दी है। वहीं जम्मू-पुंछ संसदीय सीट के लिए भी मौजूदा सांसद जुगल किशोर शर्मा ही भाजपा के उम्मीदवार होंगे। ऐसे में जम्मू क्षेत्र के दोनों सांसद टिकट बचाने में सफल रहे है।
शहरी निकायों में शानदार प्रदर्शन का श्रेय भी इन नेताओं के खाते में गया है। श्रीनगर-बडगाम संसदीय सीट पर नेशनल कांफ्रेंस के डॉ. फारुक अब्दुल्ला के मुकाबले भाजपा ने खालिद जहांगीर को मैदान में उतारने का फैसला किया है। खालिद जहांगीर वर्ष 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह भाजपा के प्रवक्ता भी रहे हैं। दक्षिण कश्मीर के संसदीय क्षेत्र अनंतनाग-पुलवामा से पूर्व एमएलसी सोफी मोहम्मद युसुफ को चुनाव लड़ाने पर भाजपा ने सहमति दी है। उत्तरी कश्मीर की बारामुला-कुपवाड़ा संसदीय सीट पर एमएम वार भाजपा के उम्मीदवार रहेंगे।
प्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि केंद्रीय चुनाव समिति की शनिवार को हुई बैठक में राज्य के छह में से पांच लोकसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों को तय कर लिया गया है। इनकी घोषणा रविवार को की जानी थी लेकिन अधिकारिक घोषणा को गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के कारण कुछ समय के लिए रोका गया है। शनिवार देर रात गए हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह के अलावा राम माधव, अविनाश राय खन्ना, प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना, प्रदेश संगठन महामंत्री अशोक कौल और पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता भी मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि सीईसी ने सैद्धांतिक तौर पर ही पांच संसदीय क्षेत्रों के लिए पार्टी उम्मीदवारों के नामों को मंजूरी दी है। लेकिन इनमें अंतिम समय तक बदलाव की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि जम्मू-पुंछ व उधमपुर-डोडा संसदीय क्षेत्रों के लिए मौजूदा सांसदों के अलावा किसी और का नाम चर्चा में नहीं रहा।
हालांकि पार्टी के बागी नेता चौ लाल सिंह, जो अब डोगरा स्वभाविमान संगठन बना चुके हैं, के नाम पर भी चर्चा चल रही थी। हालांकि उनका मंच जम्मू संभाग की दोनों सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर चुका है। पार्टी ने उन्हें मनाने का प्रयास भी किया और उन्हें उधमपुर डोडा क्षेत्र से टिकट देने के विकल्प पर भी चर्चा हुई लेकिन इस पर सहमति नहीं बन पायी।
भाजपा नेता ने बताया कि बारामुला-कुपवाड़ा संसदीय सीट के लिए एमएम वार व जीएम मीर के नाम पैनल में रखे गए थे जबकि श्रीनगर संसदीय सीट के लिए खालिद जहांगीर व डॉ. अली मोहम्मद मीर का नाम था। दक्षिण कश्मीर से सोफी मोहम्मद युसुफ और जावेद कादरी को पैनल में रखा गया था।
उन्होंने बताया कि लददाख संसदीय सीट के लिए लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद लेह के सीईसी जम्यांग सेरिंग नामगयान और पूर्व मंत्री व मौजूदा एमएलसी शीरिंग दोर्जे का नाम पैनल में रखा गया था। लेकिन केंद्रीय चुनाव समिति ने दोनों के नाम पर कोई अंतिम मुहर नहीं लगाई और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के एक दल को जल्द लददाख भेज,वहां के हालात का जायजा ले रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। इसके बाद ही लद्दाख से प्रत्याशी घोषित होगा।
लद्दाख में पांचवें दौर में मतदान होना है। उन्होंने बताया कि पार्टी आलाकमान चाहती है कि पूर्व सांसद थुप्सतान छवांग को चुनाव लड़ने के लिए राजी किया जाए। यहां यह बताना असंगत नही होगा कि लददाख की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए थुप्सतान छवांग ने करीब तीन माह पहले संसद की सदस्यता और भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। वह वर्ष 2014 में लद्दाख सीट मात्र 34 वोटों के अंतर से जीतने में कामयाब रहे थे।