Lok Sabha Election 2019 : नक्सल प्रभावित क्षेत्र में प्रचार करने जाने वाले प्रत्याशियों को पुलिस देगी पूरी सुरक्षा
Lok Sabha Election 2019. लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को नक्सल प्रभावित या सुदूर ग्रामीण इलाके में चुनाव प्रचार के लिए जाने के दौरान पुलिस-प्रशासन सुरक्षा उपलब्ध कराएगी।
जमशेदपुर,जागरण संवाददाता। Lok Sabha Election 2019 छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली विस्फोट में भाजपा विधायक समेत पांच की मौत और पश्चिम सिंहभूम में वन विभाग के तीन भवन को उड़ाने की घटना के बाद प्रदेश के साथ पूर्वी सिंहभूम जिले की पुलिस अलर्ट हो गई है।
चूंकि लोकसभा चुनाव है इसको लेकर पूर्व से ही सतर्कता बरती जा रही, लेकिन इस घटना ने सभी के कान खड़े कर दिए है। जिला पुलिस ने कहा है कि लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को नक्सल प्रभावित या सुदूर ग्रामीण इलाके में चुनाव प्रचार के लिए जाने के दौरान पुलिस-प्रशासन सुरक्षा उपलब्ध कराएगी। पुलिस ने प्रत्याशियों से अपील की है कि उन्हें प्रचार कार्यक्रम की सूचना पहले देनी होगी ताकि सुरक्षा मुहैया कराई जा सके। पुलिस की पूरी तैयारी है।
गौरतलब हो कि जिले में नक्सली असीम मंडल का दस्ता सक्रिय है। दस्ते में 16 नक्सली हैं। गाहे-बगाहे दस्ते से मुठभेड़ भी होती रहती है। चार मार्च 2007 को नक्सलियों ने जमशेदपुर के झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसद सुनिल महतो की घाटशिला के बाघुडिया फुटबॉल मैदान में गोली मारकर हत्या कर दी थी। एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया चुनाव घोषणा के पहले से पुलिस सक्रिय है। लगातार प्रभावित क्षेत्र में कांबिग चल रही है। बंगाल, ओडिशा और जिले की पुलिस की तीन संयुक्त बैठक हो चुकी है। इसमें नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाने की रणनीति बनाई गई है। सूचनाओं का आदान-प्रदान भी किया जा रहा है। प्रभावित इलाके में जवानों को पैदल मार्च करने और दोपहिया वाहन से गश्त करने को कहा गया है। पहले से अधिक सतर्क रहने को कहा गया है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र के मतदान केंद्र में केंद्रीय बल होगी तैनाती
एसएसपी अनूप बिरथरे ने कहा कि जिले में गालूडीह, एमजीएम, घाटशिला, पटमदा और बोड़ाम नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं। जो बंगाल सीमा से सटे हुए हैं। चुनाव में इन इलाके में पडऩे वाले मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बल की तैनाती की जाएगी। ताकि मतदाताओं और चुनाव कार्य में लगाए गए कर्मचारी को कोई परेशानी नहीं हो।