'एक वोट, एक नोट' की अपील और जमा हो गए 2.75 लाख
फ्लैश बैक में जाएं और 1977 के लोस चुनाव चुनाव पर नजर डालें। उस चुनाव में जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर जनेश्वर मिश्र के समर्थन में आए थे। उनकी अपील पर रुपये बरस पड़े थे।
राजकुमार श्रीवास्तव, प्रयागराज: बात 40 साल पुरानी है, लेकिन मौजूद दौर में भी याद करने लायक। यह बताने के लिए कि नेता और पब्लिक का रिश्ता कैसा होता था अतीत में, आज भी बताया जाता है। शहर के कटरा में चुनावी सभा को संबोधित करने आए जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर की अपील पर करीब पौने तीन लाख रुपये आनन-फानन में इकट्ठा हो गए।
कटरा में चंद्रशेखर ने जनेश्वर मिश्र के समर्थन में की थी जनसभा
छोटे लोहिया के नाम से मशहूर जनेश्वर मिश्र के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर ने देश से कांग्रेस शासन को उखाड़ फेंकने के लिए सभी लोगों से 'एक वोट, एक नोट' देने के लिए कहा। उनकी इस अपील पर कटरा के व्यापारी और लोग खाली कनस्तर और अंगोछा लेकर एक-एक रुपये के नोट के लिए भीड़ में घुस गए। देखते ही देखते 13 कनस्तर और नौ अंगोछे नोटों से भर गए। एक, 10, 50 और 100 रुपये के नोटों एवं सिक्कों को जब गिना गया तो करीब दो लाख 75 हजार रुपये निकले। वह रकम छोटे लोहिया को चुनाव प्रचार के लिए सौंप दी गई।
1977 के लोस चुनाव में छोटे लोहिया जनता पार्टी के उम्मीदवार थे
1977 के लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद लोकसभा सीट से जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में जनेश्वर मिश्र उर्फ छोटे लोहिया चुनाव लड़ रहे थे। उनका मुकाबला कांग्रेस के वीपी सिंह से था। पूरे देश में 19 माह तक लागू आपातकाल के बाद हो रहे चुनाव में जनता पार्टी के पक्ष में जबर्दस्त लहर चल रही थी। लोगों में चुनाव को लेकर काफी उत्साह एवं उमंग था। घर की महिलाएं और वृद्ध हो चुके लोग भी सभाओं में पहुंचकर नेताओं के भाषण सुनते थे।
चंद्रशेखर का भाषण सुनने को कटरा में उमड़ा था जनसैलाब
कटरा में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आए। उनका भाषण सुनने के लिए कटरा की चारों तरफ की सड़कें ठसाठस पहले से भर गई थी। लक्ष्मी टॉकीज चौराहा से मनमोहन पार्क, विश्वविद्यालय चौराहा से कचहरी तक सिर ही सिर दिखाई दे रहे थे। चंद्रशेखर को कचहरी डाकघर से मंच तक बड़ी मुश्किल से कार से लाया गया। मंच पर माइक संभालते ही चंद्रशेखर ने कहा 'मैंने देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से कहा कि तुम अगर झोपड़ी में रोशनी नहीं दे सकती हो तो कम से कम बड़े बंगलों की रोशनी कम कर सकती हो।' उन्होंने देश से कांग्रेस शासन को उखाड़ फेंकने के लिए 'एक वोट, एक नोट' की अपील की।
...और जनेश्वर मिश्र चुनाव जीत गए
सभा का संचालन कर रहे जनता पार्टी के युवा नेता एवं मीसा बंदी केके श्रीवास्तव बताते हैं कि चुनाव में छोटे लोहिया की जीत हुई। मोरार जी देसाई के नेतृत्व में केंद्र में बनी सरकार में छोटे लोहिया कैबिनेट दर्जा प्राप्त जहाजरानी मंत्री बने।