Lok Sabha Election2019: यहां पर मतदान बताएगा बूथ प्रबंधन की क्या रही हकीकत
एटा में हर पार्टी के सामने वोटों का फीसद बढ़ाने की चुनौती। पिछले लोकसभा चुनावों में पड़े थे 926283 वोट।
आगरा, जेएनएन। आगामी लोकसभा चुनाव में हर पार्टी के बूथ प्रबंधन की परीक्षा होगी। एटा जिले में पार्टियों ने बूथों को सशक्त करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। संगठनात्मक रूप से देखें तो सपा- बसपा गठबंधन के पास इस चुनाव के लिए हर बूथ पर दो कमेटियां हैं। सपा- बसपा की इस स्थिति को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी बूथ कमेटियों में कार्यकर्ताओं की तादाद बढ़ा दी है। पिछली बार 926283 वोट पड़े थे। हर पार्टी का प्रयास है कि इस बार आंकड़ा ऊपर जाए।
लोकसभा चुनाव के परिणामों से यह भी सिद्ध होगा कि कौन सी पार्टी बूथ प्रबंधन में ऊपर रही। यही वजह है कि भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस बूथ कमेटियों की सक्रियता पर सबसे ज्यादा जोर दे रहीं हैैं। पार्टी नेतृत्व कार्यकर्ताओं को निर्देश दे रहे हैं कि 23 अप्रैल को होने वाले मतदान के दिन लोगों के घर पहुंचकर उन्हें मतदान केंद्रों तक पहुंचाएं। बूथ कमेटियों को मथने के लिए भाजपा ने विधानसभा और सेक्टर वार बैठकें की हैं। तो सपा-बसपा ने बूथ सम्मेलनों के जरिए कार्यकर्ताओं को मंथने की कोशिश की। सपा ने विधानसभावार सम्मेलन। पिछली बार मतदान का फीसद 58.75 फीसद रहा था।
उस समय चलाए गए जागरूकता अभियान मतदान बढ़ाने में काफी सहायक रहे। महिलाएं भी अच्छी संख्या में वोट डालने निकलीं। लोगों ने नोटा का भी बटन खूब दबाया। 6201 लोगों ने किसी भी प्रत्याशी को पसंद नहीं किया। इस बार सोशल मीडिया के जरिए इस बात पर भी जोर दिया जा रहा है कि नोटा का उपयोग कम से कम हो। लोगों को यह छूट भी दी गई है कि वे अपने वाहनों से वोट डालने के लिए जा सकते हैं।
2014 में पड़े वोटों की स्थिति
भाजपा 51.27
सपा 29.57
बसपा 14.80
इस बार के कुल मतदाता
विधानसभा पुरुष महिला कुल
एटा 173286 146455 319741
मारहरा 160711 136711 297422
कासगंज 190810 162174 352984
अमांपुर 162247 136975 299222
पटियाली 183563 154321 337884
कुल 870617 736636 1607253