Move to Jagran APP

लोकसभा चुनाव 2019: कश्मीर में यहां सुरक्षित मतदान करवाना अधिक चुनौतीपूर्ण रहेगा

लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही जम्मू कश्मीर में सुरक्षित मतदान के लिए माहौल बनने शुरू हुई है। अनंतनाग जिले में चुनाव करवाना अधिक चुनौतीपूर्ण रहेगा। यहां तीन चरणों में मतदान होगा।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 12 Mar 2019 08:44 AM (IST)Updated: Tue, 12 Mar 2019 08:44 AM (IST)
लोकसभा चुनाव 2019: कश्मीर में यहां सुरक्षित मतदान करवाना अधिक चुनौतीपूर्ण रहेगा
लोकसभा चुनाव 2019: कश्मीर में यहां सुरक्षित मतदान करवाना अधिक चुनौतीपूर्ण रहेगा

जम्मू, राज्य ब्यूरो। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही जम्मू कश्मीर में सुरक्षित मतदान के लिए माहौल बनाने की तैयारी शुरू हुई है। जल्द ही सेना की उत्तरी कमान, जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबल मिलकर सुरक्षा खाका तैयार करेंगे। अनंतनाग जिले में चुनाव करवाना अधिक चुनौतीपूर्ण रहेगा। यहां तीन चरणों में मतदान होगा। पुलवामा आतंकवादी हमले से उपजे हालात में सिर उठाने वाले आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के साथ चुनाव का विरोध करने वाले अलगाववादियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई तय है। हालांकि, सुरक्षा की कवायद फरवरी में सुरक्षाबलों के 10 हजार जवानों के कश्मीर पहुंचने के साथ शुरू हो गई थी।

loksabha election banner

जारी वर्ष में कश्मीर में आतंकियों पर दवाब बनाते हुए 40 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। इनमें अधिकतर आतंकी जैश-ए-मुहम्मद के हैं। सेना और सुरक्षाबल कश्मीर में छिपे आतंकवादियों को ढूंढने के लिए जगह-जगह छापे मार रहे हैं। अलगाववादियों पर नकेल कसी गई है। इसी बीच, ठीक एक महीने के बाद संसदीय चुनाव को ध्यान में रखते हुए जल्द सेना की उत्तरी कमान, जम्मू कश्मीर पुलिस व सुरक्षाबल मिलकर जम्मू कश्मीर में संसदीय चुनाव का कामयाब बनाने का सिक्योरिटी प्लान बनाएंगे। इसके साथ चुनाव की सुरक्षा को लेकर आने वाले दिनों में कोर ग्रुप की बैठकें भी होंगी। जम्मू कश्मीर में इस समय राष्ट्रपति शासन के चलते गृहमंत्रालय व रक्षा मंत्रालय चुनाव को सुरक्षित बनाने की रणनीति पर मिलकर काम कर रहे हैं।

जम्मू कश्मीर पुलिस, पुलिस की सुरक्षा शाखा के वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बैठकें के साथ भी राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेंद्र कुमार बैठक कर रहे हैं। शैलेंद्र कुमार का कहना है कि राज्य में चुनाव को लेकर उच्चतम स्तर की सुरक्षा रहेगी। कश्मीर के साथ जम्मू के दूरदराज इलाकों में आतंकवाद की चुनौतियों से निपटने की तैयारी हो रही है। किसी को भी चुनाव में खलल डालने की इजाजत नहीं दी जाएगी। हालात से निपटने के लिए आकस्मिक योजना बनाई जा रही है।

आतंकवादियों, अलगाववादियों के प्रभाव वाले दक्षिण कश्मीर में मतदान त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में होगा। सेना, सुरक्षाबल कड़ी कार्रवाई से आतंकवादियों को भारी दवाब बनाकर लोगों में मतदान के प्रति विश्वास पैदा करने की मुहिम चलाएंगी। इस संसदीय सीट के लिए तीन चरणों में चुनाव करवाना इसी रणनीति का हिस्सा है। सूत्रों के अनुसार जम्मू संभाग की दो संसदीय सीटों के लिए मतदान पहले दो चरणों में 18 अप्रैल तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद जम्मू संभाग से सुरक्षाबल कश्मीर के लिए रवाना हो जाएंगे। चुनाव का तीसरा, चौथा व पांचवा चरण पूरी तरह से कश्मीर तक सीमित है। ऐसे में चुनाव ड्यूटी पर आ रहे सभी सुरक्षाबल कश्मीर में डेरा डाले रहेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.