रामपुर में बड़ी संख्या में ईवीएम खराब होने की शिकायत निराधार, चुनाव आयोग ने पेश किए आंकड़े
मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल.वेंकटेश्वर लू ने प्रदेश में तीसरे चरण के चुनाव के दौरान ईवीएम की खराबी के आंकड़े बताते हुए शिकायत को निराधार ठहराया।
लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के दौरान मंगलवार को रामपुर में बड़ी तादाद में (300 से ज्यादा) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के खराब होने और इससे मतदान प्रभावित होने की समाजवादी पार्टी के नेताओं की शिकायतों को निर्वाचन आयोग ने बेबुनियाद पाया है।
इस बारे में पूछे जाने पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल.वेंकटेश्वर लू ने प्रदेश में तीसरे चरण के चुनाव के दौरान ईवीएम की खराबी के आंकड़े बताते हुए शिकायत को निराधार ठहराया। उनके मुताबिक तीसरे चरण में 12,128 मतदान केंद्रों के 20,120 पोलिंग बूथों पर वोट डाले गए। मतदान से पहले हुए मॉक पोल के दौरान गड़बड़ी पाये जाने पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की 232 बैलट यूनिट व 180 कंट्रोल यूनिट तथा 373 वीवीपैट बदली गईं। वहीं मतदान के दौरान खराबी पाये जाने पर 148 बैलट यूनिट, 136 कंट्रोल यूनिट व 458 वीवीपैट को बदला गया।
उन्होंने बताया कि रामपुर संसदीय क्षेत्र में मॉक पोल के दौरान आठ बैलट यूनिट, सात कंट्रोल यूनिट और 21 वीवीपैट को बदला गया जो कि वहां लगायी गईं कुल बैलट व कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट का 1.08 प्रतिशत है। वहीं मतदान के दौरान खराबी आने पर 18 बैलट यूनिट, 19 कंट्रोल यूनिट और 52 वीवीपैट को बदलना पड़ा जो कि कुल का 2.76 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि ईवीएम व वीवीपैट में पांच फीसद तक की खराबी आम बात है लेकिन रामपुर में तो यह इससे काफी कम रहा। उन्होंने बताया कि तीसरे चरण में ईवीएम व वीवीपैट में सर्वाधिक पांच प्रतिशत बदलाव फीरोजाबाद संसदीय क्षेत्र में हुआ।