कांग्रेस के पक्ष में आए रघुवंश सिंह, गठबंधन पर सपा-बसपा को दी नसीहत
यूपी में सपा और बसपा के बीच हुए गठबंधन की सियासत बिहार में कुछ अधिक ही तेज है। हम मुखिया जीतनराम मांझी के बाद अब राजद के रघुवंश प्रसाद सिंह कांग्रेस के पक्ष में आ गए हैं।
पटना [जेएएनएन]। यूपी में सपा और बसपा के बीच हुए गठबंधन की सियासत बिहार में कुछ अधिक ही तेज है। इस पर एनडीए ही नहीं, महागठबंधन के घटक दलों से भी बड़े-बड़े बयान आ रहे हैं। हम के मुखिया जीतनराम मांझी के बाद अब राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कांग्रेस के पक्ष में खड़े दिख रहे हैं। बुधवार को उन्होंने सपा-बसपा से इस गठबंधन पर फिर से विचार करने की अपील की है। बता दें कि इसके पहले हम के मुखिया जीतनराम मांझी ने कांग्रेस की तरफदारी की थी।
राजद के वरीय नेता व पूर्व केंद्रीय रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि यूपी में कांग्रेस को छोड़कर गठबंधन नहीं होना चाहिए। ऐसे में यह महागठबंधन नहीं कहलाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बिना राष्ट्रीय विकल्प संभव नहीं है। हर हाल में कांग्रेस को साथ में लेकर चलने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि नसीहत देते हुए कहा कि सपा और बसपा को सिर्फ यूपी दिख रहा है। ऐसे में हम यह कह सकते हैं कि यूपी में गठबंधन हुआ है, महागठबंधन नहीं। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा को प्रदेश से ऊपर सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है, उसे छोड़कर नहीं चला जा सकता है। दोनों दलों को इस पर फिर से विचार करने की जरूरत है।
गौरतलब है कि हम के मुखिया जीतनराम मांझी ने भी दो दिन पहले कहा था कि सपा व बसपा दोनों के लिए यह ठीक नहीं है कि कांग्रेस काे छोड़कर गठबंधन बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भी साथ रखने की जरूरत है। बता दें कि कांग्रेस के बिना सपा-बसपा के बीच गठबंधन को लेकर विरोधी लगातार तंज कस रहे हैं और कांग्रेस पर चुटकी ले रहे हैं। हालांकि कांग्रेस ने इन सबसे इतर यूपी में लोकसभा की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कह दी है।