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Lok Sabha Election 2019: लहर को ललकार में बदल गए मोदी; पढ़ें-Reality Check

Lok Sabha Election 2019. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के लोहरदगा में दिखाया कि आखिर लोग उन्‍हें यूं ही नहीं कहते संवाद के जादूगर।

By Alok ShahiEdited By: Published: Thu, 25 Apr 2019 08:25 AM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 08:19 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019: लहर को ललकार में बदल गए मोदी; पढ़ें-Reality Check
Lok Sabha Election 2019: लहर को ललकार में बदल गए मोदी; पढ़ें-Reality Check

रांची, [जागरण स्‍पेशल]। Lok Sabha Election 2019 - लोहरदगा का बीएस कॉलेज मैदान। सुबह के नौ बज रहे हैं। मैदान के एक हिस्से में सफेद रंग का बड़ा सा मंच बना है। यहां बड़ा सा पोस्टर टंगा है जिसपर छपी नरेंद्र मोदी की विराट तस्वीर दू्र से ही दिख जाती है। भाजपा के अन्य नेताओं की तस्वीरें भी हैं लेकिन इतनी छोटी की दूर से उभर नहीं पा रहीं। जैसा पोस्टर है वैसा ही राज्य का चुनावी सीन। मोदी ही सबसे बड़ी पहचान। वोट अपील का सबसे बड़ा आधार भी। प्रत्याशी और उनके काम गौण।

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मैदान के एक कोने में बैठीं सुगिया देवी को कुछ नहीं पता कि आज की जनसभा क्यों बुलाई गई है, चुनाव किसका है और कौन लड़ रहा है। बस एक बात बखूबी पता है कि मोदी आ रहे हैं। क्या कुछ काम किया है मोदी जी ने आपके लिए, इस सवाल के जवाब में उनका चेहरा खुशी से खिल गया। मुस्कुराकर बोलीं, गैस और शौचालय दुनु मिलले हउ। ओकर बात अच्छा लगे हउ सुने में।

सुरक्षा के लिए कई द्वार बनाए गए हैं। बाहर हर ओर पुलिस और सुरक्षाबलों का कब्जा है। इस समय तक हालात यह हैं कि लग रहा कि जितने लोग मोदी को सुनने नहीं आए उससे ज्यादा तो सुरक्षा में लगे जवान हैं। मंच पर व्यवस्था दुरुस्त की जा रही। दर्शक दीर्घा में लगी हजारों कुर्सियों में अधिकांश खाली हैं। भाजपा के स्थानीय नेता कान में फोन लगाए हालात का जायजा ले रहे। अरे कहां पहुंचे।

उधर से शायद आश्वासन मिला बस-बस पहुंच गया लोगों को लेकर। फोन काटने के बाद नेता जी के चेहरे पर कुछ सुकून दिखा। हमारे मन में भी संशय था कि क्या कुर्सियां खाली रह जाएंगी। इसी बीच मोदी की कई रैलियां कवर कर चुके एक वरिष्ठ पत्रकार ने कहा, अरे बइठो यार। मोदी की रैली है। 10 मिनट में गनगना के सब कुर्सियां भर जाएंगी। वही हुआ भी मोदी के आने से कोई 15 मिनट पहले सभी कुर्सियां भर गईं। कुर्सियां तो भरी हीं, उतने ही लोग खड़े भी थे।

अब 11 बज रहे हैं। मोदी के आने में बस अब कुछ ही समय बाकी था। सांसद-विधायक मंच से जनता को संबोधित कर रहे थे। पांच मिनट से ज्यादा किसी को मौका नहीं मिला लेकिन इतने समय में भी मोदी से पहली लाइन शुरू। मोदी से आखिरी लाइन खत्म। सांसदों की तो हिम्मत भी नहीं हुई कि अपने चेहरे और काम पर वोट मांगें। मोदी ही चेहरा, केंद्रीय योजनाओं की गाथा ही काम। बात सही भी है। पंडाल में उनके भाषण से राखी गुप्ता बोर हो रही थीं। कहा, मोदी जी ने जो काम किया है वह किसी ने आज तक नहीं किया। हमारा सिर गर्व से ऊंचा हो गया है। ऐसे चौकीदार की जरूरत है देश को। पास ही बैठी राखी की आठ साल की मान्या बोली, मैं भी चौकीदार।

जैसे-जैसे समय बीत रहा था, मोदी को सुनने की लोगों की बेसब्री बढ़ती जा रही थी। अर्जुन मुंडा लोगों से संवाद कर रहे थे कि हवा में घड़घड़ाहट सुनाई दी। हवा में मोदी का हेलीकॉप्टर था। लोगों ने हेलीकॉप्टर देखते ही मोदी-मोदी का नारा लगाना शुरू कर दिया। सबकी निगाहें मंच के बगल में बने हैलीपेड पर थी। एक के बाद एक दो हेलीकॉप्टर जमीन पर उतरे। हवा में धूल ही धूल। लोगों ने आंखें बंद कर लीं लेकिन मोदी-मोदी का शोर नहीं थमा। अर्जुन मुंडा को खामोश होना पड़ा।

शोर थमा तो मुंडा। बोले, आपको जिनका इंतजार था वे आ गए हैं। क्रीम कलर का कुर्ता, सफेद पायजामा और नारंगी पट्टीदार सफेद अंगोछा में मोदी मंच पर पहुंचे। हाथ हिलाकर जैसे ही लोगों का अभिवादन किया तो भीड़ मेंजोश आ गया। शोर इतना जोर का था कि लगा कान के पर्दे फट जाएंगे। कुछ ही क्षणों बाद मोदी का संबोधन शुरू हुआ। या यूं कहें वन टू वन इंट्रैक्शन। गरीब-अमीर, महिला-पुरुष, बच्चे-जवान जैसे हर किसी को लग रहा था कि मोदी उसी से मुखातिब हैं। उसी से बात कर रहे हैं।

भीड़ में उत्साह भरते हुए मोदी बोले, यह जन सैलाब नहीं, लहर नहीं यह तो ललकार है। फिर जनता के मुंह से उत्साह पूर्वक बुलवाया। लहर नहीं ललकार, फिर एक बार मोदी सरकार। संबोधन के दौरान मोदी ने जब कहा, पाकिस्तान के अंदर घुस कर मारने वाला चौकीदार चाहिए कि नहीं चाहिए। भीड़ ने तुरंत प्रतिक्रिया दी, मोदी-मोदी। मोदी के 40 मिनट के संबोधन को वहां मौजूद हर शख्स ध्यान से सुनता रहा।

अंत में मोदी ने कहा, मैं चौकीदार। आप... जवाब आई चौकीदार। फिर तो मोदी बोलते गए जनता जवाब देती गई। नेता-पुलिस...चौकीदार। किसान-वकील...चौकीदार। बच्चा-बच्चा... चौकीदार। संबोधन खत्म करते ही मोदी मंच से उतरे और हेलीकॉप्टर की और बढ़ गए। भीड़ भी अपने घर की ओर रुख करने लगी।

घर जाने की जल्दी में किस्को प्रखंड के एतवा उरांव मिले। कहा, नेता जी के खोजत हियो। टेंपो से लइले हउ। कहां चल गेलौ पते नय चलत हऊ। चाय-पानियो के व्यवस्थो नय करले हऊ। पास ही आजसू के कुडू प्रखंड प्रमुख मिले। कहा, 25 मोटरसाइकिल से यहां रैली में हम लोग आए थे। हम भाजपा को पूरी ताकत से सपोर्ट कर रहे हैं। भीड़ जाम के बीच धीरे-धीरे गंतव्य की ओर सरक रही है।


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