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Loksabha Election-2019 : जंग पर जाने जैसी तैयारी कर निकलीं नक्सल बेल्ट की पोलिंग पार्टियां

छत्‍तीसगढ़ के नक्‍सल प्रभावित इलाकों में मतदान कराने के लिए पोलिंग सोमवार को रवाना हो गईं। उनकी पोलिंग पार्टियों ने ऐसी तैयारी की थी मानो वह जंग पर जाने वाली हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 08:31 PM (IST)Updated: Mon, 08 Apr 2019 08:31 PM (IST)
Loksabha Election-2019 : जंग पर जाने जैसी तैयारी कर निकलीं नक्सल बेल्ट की पोलिंग पार्टियां
Loksabha Election-2019 : जंग पर जाने जैसी तैयारी कर निकलीं नक्सल बेल्ट की पोलिंग पार्टियां

रायपुर, नई दुनिया। आपने फिल्म 'न्यूटन' देखी होगी। यह फ‍िल्‍म एहसास कराती है कि धुर नक्सल बेल्ट में चुनाव कराने के लिए किस जिगर की जरूरत होती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आई यह फिल्म भारत की ओर से ऑस्कर अवार्ड के लिए भी भेजी गई थी। फिल्म का कथानक लोकतंत्र के महापर्व मतदान पर केंद्रित है। इसकी पृष्ठभूमि बस्तर के एक अति संवेदनशील मतदान केंद्र से संबंधित है।
इस फिल्मी कहानी का मुख्य पात्र एक अधिकारी है, जिसे अबूझमाढ़ के किसी गांव में बूथ ऑफिसर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सोमवार को सुकमा और बीजापुर में मानो इसी फिल्म का कथानक दोहराया गया। मतदान दलों की दिलेरी जिसने भी देखी उसके मुंह से बरबस ही निकला- लोकतंत्र की जय हो। नक्सल बेल्ट की पोलिंग पार्टियों ने ऐसी तैयारी की थी, मानो वह जंग पर जाने वाली हैं।
जिन्हें ड्यूटी पर जाना था, वह देवी मंदिर में मत्था टेकने पहुंचे। उनके माथे पर तिलक लगाया गया और हेलीकॉप्टर में सवार होकर वह किसी योद्धा की तरह मतदान कराने के लिए रवाना हुए। अब ये तीन दिनों तक सुरक्षा बलों के कैंप में ही रहेंगे। बस्तर में पहले चरण के तहत 11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। ऐसे में तीन दिन पहले ही इस क्षेत्र के अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान कराने के लिए कर्मचारियों के दलों को रवाना कर दिया गया है।
बता दें कि छत्‍तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल 1,878 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से करीब आधे केंद्र अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में स्थित हैं। यहां ऐसे इलाके हैं, जहां नक्सली आतंक के बीच लोकतंत्र की आस्था का दीपक अपनी रोशनी कायम रखे हुए है। इन क्षेत्रों में भी लोगों में मतदान के लिए उत्साह है।

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वायुसेना ने 200 अधिकारियों-कर्मचारियों को एयर लिफ्ट कराया
बस्तर लोकसभा सीट के अंतर्गत धुर नक्सल प्रभावित नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले के अंदरूनी इलाकों में मतदान कराने के लिए करीब 200 अधिकारियों-कर्मचारियों का दल वायुसेना के एमआइ 17 हेलीकॉप्टर के जरिये अपने-अपने ड्यूटी वाले इलाके में पहुंचा।

यहां मतदान का समय भी अलग-अलग
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण के लिए बस्तर लोकसभा क्षेत्र के दंतेवाड़ा,बीजापुर, कोंटा और नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान के लिए सुबह सात से दोपहर तीन बजे तक का समय निर्धारित किया है। शेष चार विधानसभा क्षेत्रों कोण्डागांव, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह सात से शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे। 


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