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Lok Sabha election 2019 : 'चाचा पहिचाने...हम फलाने हई, होली मिलय आय हई'

होली के बहाने समर्थकों के घर नेताजी लोग पहुंचे और दरियादिली भी दिखाई। रंग और अबीर से होली खेली और गुझिया व पापड़ भी खाए। उन्‍हें तो बस चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की चिंता थी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 02:11 PM (IST)Updated: Sat, 23 Mar 2019 02:11 PM (IST)
Lok Sabha election 2019 : 'चाचा पहिचाने...हम फलाने हई, होली मिलय आय हई'
Lok Sabha election 2019 : 'चाचा पहिचाने...हम फलाने हई, होली मिलय आय हई'

प्रयागराज : करछना गांव में गुरुवार को होली खेल चुके लोग शरीर पर पड़े रंगों को छुड़ा रहे थे। अपराह्न करीब तीन बजे दो टाटा सफारी से राजाबाबू के घर आठ-नौ लोगों के साथ नेताजी पहुंचते हैं। दरवाजा खटखटाते हैं। फिर बोलते हैं, चाचा हम फलाने हैं, होली मिलय आय हई, दरवजवा खोला...।

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नेताजी के लिए कुर्सियां निकाली जाती हैं। तशरीफ रखने के पहले नेताजी राजाबाबू और उनके परिवार के लोगों से गले मिलते हैं और अबीर लगाते हैं। होली की शुभकामनाएं देकर कुर्सी पर बैठ जाते हैं।

...उनका टिकट पक्का है

गुझिया के साथ नेताजी हंसते हुए बोल पड़ते हैं, उनका टिकट लगभग पक्का है। कुछ ही देर में नेताजी यह बोलकर चल पड़ते हैं कि उन्हें कई गांवों में जाना है। इसके बाद वाहन में बैठ जाते हैं। वाहन तेज गति से धूल उड़ाता हुआ लोगों की आंखों से ओझल हो जाता है।

होली के बहाने प्रचार करने से नहीं बाज आए दावेदार

रंगपर्व होली के अवसर पर गुरुवार और शुक्रवार लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी की दावेदारी करने वाले दलों के नेताओं ने होली के बहाने प्रचार किया। दर्जनों भावी प्रत्याशी शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में वाहनों से घूमते रहे। लोगों के घर जाकर वे होली तो मिल ही रहे थे, अपने लिए समर्थन भी मांग रहे थे। ज्यादातर नेता जो खुद की उम्मीदवारी का दावा कर रहे हैं, वे गुरुवार दोपहर बाद ही निकले। दिन में गांवों में तो रात में शहर में रहने वाले अपनों के घर गए।

यमुनापार की स्थिति अलग रही

यमुनापार की स्थिति काफी अलग थी। नैनी से लेकर करछना, मेजा, उरुवा, मेजा, मांडा और कोरांव तथा जसरा, बारा व शंकरगढ़ तक नेताओं की गाडिय़ां दौड़ीं। खास लोगों के घर जाकर अपनी दावेदारी पक्की तो बताई ही, साथ ही चुनाव में जुट जाने की भी अपील की। इस दौरान नेताजी गुझिया, चिप्स-पापड़ खाने में बिल्कुल परहेज नहीं किए। कोरांव में एक नेताजी तो गांव के हैंडपंप का पानी पीने से भी गुरेज नहीं किए। उनके बारे में चर्चा है कि वह अपने लिए टाटा सफारी में बोतल वाला पानी शहर से लेकर निकलते हैं।

समर्थकों के घर जाकर खेली होली

हंडिया और फूलपुर के कई गांवों में तो भावी उम्मीदवारों ने समर्थकों के घर जाकर होली भी खेली। नैनी में देर शाम डीजे के पास डांस कर रहे समर्थकों के साथ एक नेताजी भी नाचने लगे। दरअसल, वहां से वह गुजर रहे थे तो उनके समर्थक दिख गए। नेताजी रुके तो समर्थकों ने अपने साथ डांस के लिए कहा, जिसे वे मना नहीं कर सके। देर शाम वह शहर लौट रहे थे। कमोवेश, झूंसी और फाफामऊ में भी यही हाल रहा। यहां भी ज्यादातर नेता समर्थकों के घर गए। शहर में तो देर रात तक मिलने-जुलने का सिलसिला चलता रहा। तेलियरगंज, ममफोर्डगंज, कटरा, बेली, गोविंदपुर, बघाड़ा, अल्लापुर, दारागंज, कीडगंज, मुट्ठीगंज, प्रीतमनगर, सिविल लाइंस, राजापुर आदि मुहल्लों में भावी उम्मीदवारों का जमावड़ा लगा रहा।

प्रशासन की रही पैनी नजर

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आचार संहिता का पालन कराने के लिए प्रशासन की पैनी नजर रही। खासतौर पर उन लोगों पर जो चुनाव में उम्मीदवारी का दावा कर रहे हैं। शहर से लेकर देहात तक स्टेटिक मजिस्टे्रटों की चार टीमें लगी रहीं। एडीएम प्रशासन वीएस दुबे ने बताया कि आचार संहिता उल्लंघन की कोई शिकायत नहीं आई।


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