Lok Sabha Election 2019 : इलाहाबाद संसदीय सीट पर दल बदल सकते हैं अपनी रणनीति
इलाहाबाद संसदीय सीट पर भाजपा ने यहां डॉक्टर रीता बहुगुणा जोशी को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा के ब्राह्मण चेहरे के सामने अन्य राजनीतिक दल पिछड़े को प्रत्याशी बनाने में तरजीह दे सकते हैं।
प्रयागराज : इलाहाबाद संसदीय सीट पर भाजपा की तरफ से ब्राह्मïण चेहरे के रूप में डॉ. रीता बहुगुणा जोशी को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद अब दूसरे दल रणनीति बदल सकते हैं। फिलहाल संकेत यही है कि सपा-बसपा गठबंधन अब पिछड़े को तरजीह दे सकता है। लखनऊ में मौजूद प्रयागराज के दो दर्जन से ज्यादा सपा नेता मंथन में लगे हैं। वैसे कांग्रेस से भी दूसरे कई दलों के नेता संपर्क में हैं।
क्या होगा दांव, सबको है इंतजार
इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से अभी तक अगड़े ही लोकसभा की नुमाइंदगी करते रहे हैं। वैसे क्षेत्र में पिछड़े, एससी और मुस्लिम मतदाताओं की तादाद कम नहीं है। भाजपा की ओर से पत्ता खोलने के बाद अब सपा क्या दांव चलती है, इसका सबको इंतजार है। तीन दिनों से लखनऊ में डटे प्रयागराज के नेताओं से मंगलवार शाम भी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव ने मुलाकात की। सपा अब इस सीट से पिछड़े वर्ग का प्रत्याशी उतारने की रणनीति बना रही है। कुर्मी बिरादरी को तरजीह दी जा सकती है। इस बिरादरी के यमुनापार से विधायक रह चुके तथा इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारी भी लखनऊ बुला लिए गए हैं। कांग्रेस भी इस सीट पर जल्द पत्ते खोलेगी मगर वह भी अब रणनीति बदल सकती है।
फूलपुर सीट के दावेदारों के नामों पर भी नजर
फूलपुर सीट से भाजपा से अभी एक ही दावेदार का नाम सबसे ऊपर है। सपा में कई नाम चल रहे हैं जबकि कांग्रेस से समझौते में अपना दल (कृष्णा गुट) यह सीट लेना चाहती है। अपना दल (कृष्णा गुट) से पल्लवी पटेल का नाम भी चलने लगा है। अभी तक पल्लवी की मां कृष्णा पटेल का नाम चर्चा में रहा था।