Lok Sabha Election 2019: नेताजी का उड़नखटोला बहका तो होगी मुश्किल
Lok Sabha Election 2019. प्रशासन द्वारा स्वीकृत हेलीपैड में नेताजी को हेलीकाॅप्टर उतारना होगा। एक बार राजद सुप्रीमो लालू यादव व उनके पायलट पर कार्रवाई हो चुकी है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lok Sabha Election 2019 - लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को अपने उडऩखटोले पर काबू रखना होगा। उन्हें चुनाव प्रचार के दौरान हेलीकाॅप्टर को जिला प्रशासन द्वारा स्वीकृत हेलीपैड पर ही उतारना होगा। वे अपना हेलीकाॅप्टर इधर-उधर नहीं उतार सकते। भारत निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में सख्त निर्देश सभी जिला प्रशासन को दिया है।
कई बार ऐसा देखा गया है कि चुनाव प्रचार के दौरान बड़े नेता अपना हेलीकाॅप्टर अपनी मर्जी के अनुसार कहीं भी उतार लेते हैं। अब प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए हेलीपैड के अलावा दूसरी जगह पर हेलीकाॅप्टर उतारने पर कार्रवाई हो सकती है। झारखंड में पहले भी इस तरह के मामले आए हैं जब ऐसी गलती करनेवाले नेताओं के विरुद्ध कार्रवाई हुई है। 2009 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में इसी तरह की गलती पर राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर कार्रवाई हुई थी।
दिसंबर-2009 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार-प्रसार के क्रम में लालू प्रसाद ने अपना हेलीकाॅप्टर ईचागढ़ के चुनावी सभा में उतरवा दिया था, जबकि जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए अलग से हेलीपैड बनाया गया था। इसे लेकर सरायकेला-खरसावां के तत्कालीन उपायुक्तने पायलट पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जबकि लालू के विरुद्ध चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी। बाद में इनपर भी प्राथमिकी दर्ज हुई।
उस समय चर्चा थी कि लालू के पैर में दर्द होने के कारण उनका हेलीकाॅप्टर सीधे चुनावी सभा में उतारा गया था। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में भी गढ़वा के एक स्कूल में उन्होंने अचानक अपना हेलीकाॅप्टर उतरवा दिया था। इससे वहां भगदड़ मच गई थी। इसे लेकर चुनाव आयोग ने लालू को शो काज भी किया था। साथ ही लालू के पायलट पर मुकदमा दर्ज किया गया था।