भाजपा उम्मीदवार ओम प्रकाश ने जारी किया वीडियो संदेश: कहा हमने नहीं तोड़ी ईवीएम मशीन
Lok Sabha Election 2019 भाजपा उम्मीदवार ओम प्रकाश मिश्र ने वीडियो संदेश जारी कर खुद को निर्दोष बताते हुए घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। पुरी जिला के सत्यवादी विधानसभा चुनाव क्षेत्र के 78 नंबर बूथ पर इवीएम मशीन में की गई तोड़फोड़ एवं पोलिंग अधिकारी पर हमले की घटना में भाजपा उम्मीदवार ओम प्रकाश मिश्र को लुकआउट नोटिस जारी किए जाने के साथ उनके घर के सामने चस्पा लगा दिया गया है। पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए जगह-जगह छापामारी कर रही है ऐसे में ओमप्रकाश ने वीडियो संदेश जारी कर खुद को निर्दोष बताते हुए घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
सोशल मीडिया में वीडियो मेसेज जारी कर ओमप्रकाश ने कहा है कि घटना की संपूर्ण जांच की जाए। इसमें प्रशासन की क्या भूमिका है एवं बूथ पर तोड़फोड़ करने में कौन दोषी है, उसकी निष्पक्ष जांच की जाए। जांच के बाद जो दोषी मिलता है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। निष्पक्ष जांच में यदि वह दोषी पाए जाते हैं तो फिर वह सजा भुगतने के लिए तैयार होने की बात उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहा है। उन्होंने कहा है कि 23 अप्रैल को वीर किशोरपुर, जागुलेईपदर, गोच्छिआ, तेलेंगापड़ा, नुआगां के 7 बूथ पर जो हो रहा था, उसकी जांच की जाए। जिसकी मौत हो गई है, या फिर इलाके में नहीं हैं, उनके नाम पर वोट डाला जा रहा था। हमारे कार्यकर्ता कतार में खड़े थे।
उनका हस्ताक्षर कराने के बाद उन्हें वहां से भगा कर एक गुंडा के जरिए वोट दिया जा रहा था। यह अत्यन्त ही दुखद है। इस पूरे मामले की विशेष कमेटी के जरिए जांच होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा हैकि पुरी जिला के नीमापड़ा एवं काकटपुर में आगामी 29 तारीख को चुनाव होना है। ऐसे में इस तरह के झूठे प्रचार कर सस्ती राजनीतिक लाभ लेने के लिए सत्ता पक्ष ने पूरे प्रशासन को लगा दिया है।
भाजपा विधायक उम्मीदवार ने वीडियो संदेश में यह भी कहा है कि बीजद के गुण्डाें ने इवीएम मशीन को तोड़ा है। इवीएम मशीन तक जाने के लिए मुझे अवसर तक नहीं मिला था। मैं जब बूथ पर पहुंचा तो वहां पर हमने होते देखा था। तेलेंगापड़ा बूथ में माइक्रो अबजर्बर वोट खत्म होने के बाद 200 से अधिक वोट खुद डाले हैं। इसे जब हमारे कार्यकर्ताओं ने देखा तो उन्हें बांध कर रख दिया गया था। उसी तरह से जागुलेईपदर बूथ में भी किसी व्यक्ति ने अपनी मर्जी से वोट नहीं डाला है। नुआगां, आलीपड़ा आदि बूथ में जनतंत्र की हत्या की गई है। बीजद के गुण्डा हमारे ड्राइवर, कार्यकर्ताओं को गाड़ी से जबरदश्ती निकालकर उनसे 50 हजार रुपया, लाइसेंसी बंदूक एवं जरूरी कागजात छीन ले गए थे। मैं तो बूथ के अन्दर तक भी नहीं गया था।
यहां उल्लेखनीय है कि 23 अप्रैल को प्रीजाइडिंग अधिकारी के आरोप के आधार पर गड़िशागोदा थाना में ओमप्रकाश एवं उनके सहयोगियों के नाम पर मामला दर्ज किया गया था। पुलिस के पास ओमप्रकाश यदि आत्मसमर्पण नहीं करते हैं तो फिर उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिए जाने की बात पुरी के एसपी उमाशंकर दास ने कही है। उन्हें गिरफ्तार करने के लिए तीन विशेष टीमों का गठन किया जिसके बाद राज्य के विभिन्न जगहों पर छापामारी की जा रही है। इसी बीच ओमप्रकाश ने सोशल मीडिया में वीडियो संदेश जारी किया है।