LOk Sabha Polls 2019 : आचार संहिता ने रोके हैंडपंप, चुनावी गर्मी में सूखेंगे कंठ
Lok Sabha Election 2019. आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू रहने तक नए हैंडपंप नहीं लगाए जाएंगे। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने नए हैंडपंप स्वीकृत करने की प्रक्रिया रोक दी है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू रहने तक जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र में नए हैंडपंप नहीं लगाए जाएंगे। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने नए हैंडपंप स्वीकृत करने की प्रक्रिया रोक दी है। पूर्वी सिंहभूम जिले में आगामी वित्तीय वर्ष में 335 नए हैंडपंप लगाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया था। इस पर कार्रवाई चल रही थी, लेकिन चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद नए हैंडपंप को स्वीकृति देने की कवायद ठप गई है। अब आचार संहिता खत्म होने के बाद ही पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जिले में नए हैंडपंप लगाने की योजना को स्वीकृति देगा।
जिले में अप्रैल महीने से जल संकट शुरू हो जाता है। माना जा रहा है कि इन महीनों में नए हैंडपंप नहीं लग पाने से जल संकट और गहरा होगा। जिन इलाकों में नए हैंडपंप लगाने का प्रस्ताव है। वहां अभी लोगों के लिए जल स्रोत नहीं हैं। लोगों को दूर से पानी लाना पड़ता है। इस वजह से काफी दिक्कत होती है। जिले में नए हैंडपंप लगाने का काम मई-जून में किया जाता है। इसके लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जिले का सर्वे कर मार्च महीने में नए हैंडपंप लगाने का प्रस्ताव सरकार को भेज देता है। इस बार 335 नए हैंडपंप लगाने का प्रस्ताव भेजा गया है। लेकिन अब इन हैंडपंपों को लगाने की स्वीकृति मई के बाद ही मिल पाएगी। इस वजह से नए हैंडपंप लगाने का काम जून तक नहीं हो सकेगा। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने चालू वित्तीय साल में जिले में एक करोड़ 68 लाख रुपये की लागत से 230 नए हैंडपंप लगाए हैं। इनमें से 170 नए हैंडपंप पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जमशेदपुर प्रमंडल में और बाकी 60 नए हैंडपंप विभाग के आदित्यपुर प्रमंडल में लगाए गए हैं।
हैंडपंप की मरम्मत पर नहीं है पाबंदी
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधीक्षण अभियंता सदानंद मंडल ने बताया कि चुनाव आचार संहिता में नई योजना को स्वीकृति देने या उसकी शुरुआत करने पर रोक है। जो योजना चालू है उस पर कोई रोक-टोक नहीं है। इसलिए चुनाव आचार संहिता लागू होने पर नए हैंडपंप नहीं लगाए जा सकते जबकि हैंडपंप की मरम्मत की जा सकती है। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि जिले में कितने हैंडपंप खराब हैं। इसका सर्वे चल रहा है। सर्वे के बाद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी और वहां से आवंटन मिलने के बाद मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चालू वित्तीय साल में 365 हैंडपंपों की मरम्मत कराई गई है। इसी तरह नगर निकाय भी शहरी इलाके में हैंडपंप मरम्मत का काम कराएंगे।
इस साल पूरी होंगी छह पाइप जलापूर्ति योजनाएं
जिले में इस साल छह पाइप जलापूर्ति योजनाएं पूरी हो जाएंगी। इनमें छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना, बागबेडा जलापूर्ति योजना, सांसद आदर्श ग्राम भालकी जलापूर्ति योजना, सांसद आदर्श ग्राम बांगुड़दा जलापूर्ति योजना, पिताजुड़ी जलापूर्ति योजना और मुसाबनी जलापूर्ति योजना शामिल हैं। इनमें से छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना का काम पूरा हो चुका है। टेस्टिंग का काम भी अंतिम चरण में है।
ड्राई जोन में टैंकर से जाएगा पानी
जमशेदपुर की जल संकट वाली बस्तियों में टैंकर से पानी पहुंचाया जाएगा। मानगो नगर निगम के कार्यपालक अधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि चुनाव आचार संहिता के चलते टैंकर से पानी पहुंचाने पर कोई रोक नहीं है। जमशेदपुर अक्षेस, जुगसलाई नगरपालिका और मानगो नगर निगम अपने अपने इलाके में जल संकट वाली बस्तियों में टैंकर से पानी पहुंचाते हैं। ये काम अप्रैल में शुरू हो जाएगा।
नए हैंडपंप पर रोक
संसदीय क्षेत्र में चुनाव आचार संहिता लगने के कारण नए हैंडपंप लगाए जाने पर रोक लग गई है। लेकिन खराब पड़े हैंडपंप की मरम्मत की जा सकती है। आचार संहिता में हैंडपंप की मरम्मत पर कोई रोक नहीं है। जल संकट से निपटने का प्रबंध किया जाएगा।
- सदानंद मंडल, अधीक्षण अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता विभाग