नागरिकता विधेयक: असम के मुख्यमंत्री बोले- क्लॉज 6 को सही तरीके से लागू किया गया तो नहीं है बदलाव की जरूरत
असम में लंबे समय से चल रहे नागरिकता विधेयक के मसले पर राज्य के मुख्यमंत्री का बयान आया है।
गुवाहाटी (पीटीआइ)। असम में लंबे समय से चल रहे नागरिकता विधेयक के मसले पर राज्य के मुख्यमंत्री का बयान आया है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि अगर समझौते के क्लॉज 6 को सही तरीके से लागू किया जाता है तो नागरिकता विधेयक में किसी भी बदलाव की जरूरत नहीं है, उन्होंने इस प्रस्तावित कानून के बारे में कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सत्ता में वापस आने पर इसे लागू करने बात कही है।
छात्र नेता से राजनेता बने सर्बानंद ने कहा कि सभी लोगों के साथ बातचीत के बाद आम सहमति बनने के बाद बिल लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अधिनियम में संशोधन कोई नई बात नहीं है, क्योंकि इससे पहले भी नौ बार संशोधन किए गए थे। 1950 से यह लगातार हो रहा है, सर्बानंद ने कहा, भाजपा पूर्वोत्तर के राजनीतिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, संवैधानिक सुरक्षा उपायों को भाषाई पहचान देना सुनिश्चित करेगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या असम सरकार केंद्र से अनुरोध करेगी कि मौजूदा बिल में जरूरी बदलाव करके यहां के लोगों की आशंकाओं को दूर किया जाए, सोनोवाल ने कहा कि अगर असम समझौते के क्लॉज 6 को ठीक से लागू किया जाता है तो इसकी जरूरत नहीं है।
सोनोवाल ने कहा कि यदि क्लॉज 6 को कागज में भावना के साथ लागू किया जाता है, तो असम के लोगों को अच्छी तरह से सुरक्षित किया जा सकता है। उन्होंने कहा इस एजेंडे पर पहले की सरकारों को प्राथमिकता दिखाना चाहिए था, लेकिन इस पर कभी गंभीरता से विचार नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि अब प्रधानमंत्री ने ईमानदारी, प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ इस मामले को उठाया है। इसलिए मेरा मानना है कि एक बार इसे लागू करने के बाद हमें चिंता करने की कोई बात नहीं है। यदि खंड 6 को लागू किया जाता है, तो हमें नागरिकता बिल को लेकर कोई समस्या नहीं है, भले ही यह नए रूप में आए।