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सांसद निशंक बोले, बेमेल है उप्र में सपा और बसपा का गठबंधन

पूर्व सीएम एवं हरिद्वार से सांसद डॉ.रमेश पोखरियाल ने उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन को बेमेल करार दिया। कहा कि मौकापरस्त होकर ये इकट्ठा हो रहे हैं और जनता इसे खूब समझती है।

By Edited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 12:21 PM (IST)
सांसद निशंक बोले, बेमेल है उप्र में सपा और बसपा का गठबंधन
सांसद निशंक बोले, बेमेल है उप्र में सपा और बसपा का गठबंधन

देहरादून, राज्य ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार से सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने उत्तर प्रदेश में हुए सपा और बसपा के गठबंधन को बेमेल करार दिया है। उन्होंने कहा कि जो साथ नहीं बैठ सकते, उनके दिल कैसे मिल सकते हैं। मौकापरस्त होकर ये इकट्ठा हो रहे हैं और जनता इसे खूब समझती है। 

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राजपुर रोड स्थित एक होटल में लोस की सरकारी आश्वासनों की समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में डॉ.निशंक ने कहा कि यह भाजपा की कितनी बड़ी ताकत है कि उसके खिलाफ सभी दल इकट्ठा हो रहे हैं। ऐसे गठबंधन 'कहीं का ईट-कहीं का रोड़ा, भानुमति ने कुनबा जोड़ा' को चरितार्थ करते हैं। जल्द ही ये बिखर भी जाते हैं। 

उन्होंने कहा कि देश की जनता ने मन बना लिया है कि वह अगला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही देखना चाहती है। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ही गरीब और समाज के अंतिम व्यक्ति की चिंता की है। उनकी अगुआई में देश हर क्षेत्र में सशक्त हुआ है। 

उन्होंने आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णों को 10 फीसद आरक्षण दिए जाने के फैसले को भी ऐतिहासिक करार दिया। मेरे लिए अच्छा है पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता हरीश रावत द्वारा हरिद्वार से लोस चुनाव लड़ने संबंधी बयान के बारे में पूछे जाने पर डॉ.निशंक ने कहा कि मेरे लिए यह अच्छा है।

गंगा की निर्मलता को लेकर केंद्र व राज्य गंभीर : निशंक

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा की सरकारी आश्वासनों की समिति के अध्यक्ष डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि राष्ट्रीय नदी गंगा की निर्मलता को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें पूरी तरह गंभीर हैं। इस कड़ी में नमामि गंगे परियोजना के साथ ही कई कदम उठाए गए हैं। इनके सार्थक नतीजे भी सामने आए हैं। डॉ. निशंक देहरादून में आयोजित लोस की सरकारी आश्वासनों की समिति की बैठक के अंतिम दिन पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयोजित लोस की सरकारी आश्वासनों की समिति की दो दिवसीय बैठक के अंतिम दिन मंगलवार को नमामि गंगे परियोजना के अलावा रक्षा, जल संसाधन मंत्रालय और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से संबंधित लोस में दिए गए आश्वासनों की समीक्षा की गई। बैठक के बाद पत्रकारों से मुखातिब हुए डॉ.निशंक ने कहा कि विभिन्न मंत्रालयों के आश्वासनों को तीन माह में पूरा करना होता है। इस लिहाज से आश्वासन समिति इसकी समीक्षा करती है। समिति अपनी रिपोर्ट संसद को सौंपेगी।

डॉ. निशंक ने कहा कि नमामि गंगे से संबंधित आश्वासनों पर भी चर्चा हुई, लेकिन इस बारे में जानकारी नहीं दी। कहा कि गंगा की स्वच्छता और निर्मलता के लिए गंभीरता से प्रयास हो रहे हैं। सभी को इसमें भागीदारी करनी होगी। उन्होंने बताया कि बैठक में चारधाम को जोड़ने वाली ऑल वेदर रोड परियोजना की समीक्षा भी गई।

50 साल में रिकार्ड काम

डॉ. निशंक ने कहा कि आश्वासन समिति पूरी ताकत से कार्य कर रही है। पिछले 50 सालों में उसने रिकार्ड कार्य किया है। हालांकि, उन्होंने आश्वासनों के संबंध में ब्योरा नहीं दिया।

अध्यक्ष समेत दो ही सदस्य रहे मौजूद

लोस की सरकारी आश्वासनों की समिति की बैठक में अध्यक्ष समेत दो सदस्य ही मौजूद रहे। बताया गया कि समिति के लिए कोरम की आवश्यकता नहीं है। अध्यक्ष बैठक लेने के लिए सक्षम हैं।

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