पश्चिम बंगाल में 24 घंटे पहले चुनाव प्रचार खत्म करने के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंचे विपक्षी दल
पश्चिम बंगाल में 24 घंटे पहले चुनाव प्रचार खत्म के खिलाफ कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधि मंडल चुनाव आयोग से मुलाकात की।
नई दिल्ली, एएनआइ। पश्चिम बंगाल में 19 घंटे पहले चुनाव प्रचार खत्म के खिलाफ कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधि मंडल बृहस्पतिवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की। आयोग से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि निर्वाचन आयोग से उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
बता दें कि निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का हवाला देते हुए राज्य में 16 मई को रात दस बजे से ही चुनाव प्रचार पर रोक लगा दिया है। जबकि अन्य जगहों पर चुनाव प्रचार शुक्रवार को खत्म होगा।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग के फैसले को असंवैधानिक, गैर-कानूनी, पक्षपातपूर्ण और अनैतिक बताया है। उन्होंने आयोग पर पक्षपात करने का आरोप लगाया भी लगाया है।
इसके अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी चुनाव आयोग के इस फैसले को पक्षपातपूर्ण करार दिया है। मायावती ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा के पीछे भाजपा और आरएसएस हैं। चुनाव आयोग केंद्र सरकार के इशारों पर काम कर रहा है। ममता बनर्जी को जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि बंगाल में चुनाव प्रचार पर रोक लगानी ही थी तो मोदी की प्रस्तावित दो रैलियों के बाद रोक क्यों लगाई।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ऐसा लगता है कि आदर्श आचार संहिता अब मोदी संहिता बन गई है जिसका इस्तेमाल विपक्ष की आवाज को दबाने में किया जा रहा है। चुनाव आयोग का यह आदेश मोदी की पार्टी के लिए चुनावी गिफ्ट है। चुनाव आयोग ने 24 घंटे बाद ही ऐसा आदेश क्यों जारी किया। निर्वाचन आयोग ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर कार्रवाई क्यों नहीं की।
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