Lok Sabha Election 2019: BJP विधायक को अभिनंदन की तस्वीर फेसबुक से हटाने का आदेश
चुनाव आयोग की ओर से सभी राजनीतिक पार्टियों को सख्त हिदायत दी गई है कि कोई भी तल अपने बैनर पोस्टरों में सेना या सेना के जवान की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। Lok Sabha Election 2019 लोकसभा चुनाव -2019 की तारीखों की घोषणा होते ही देशभर में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। इस बार चुनाव आयोग (election commission of india) ने खास सख्ती बरतते हुए सभी राजनीति दलों को सख्त हिदायत दी है। बावजूद इसके नियमों का उल्लंघन जारी है।
इस कड़ी में चुनाव आयोग ने विश्वास नगर से भाजपा विधायक ओपी शर्मा को आयोग के दिशा निर्देश नहीं मानने पर नोटिस जारी किया गया है। नोटिस के मुताबिक, 10 मार्च शाम पांच बजे से देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू है। साथ ही चुनाव आयोग ने सूचना जारी करके कहा था कि कोई भी राजनीतिक पार्टी व चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी सेना का नाम या किसी जवान की फोटो का इस्तेमाल नहीं करेंगे। जिसने भी पोस्टर या सोशल मीडिया पर सेना की फोटो इस्तेमाल की हुई है, उन्हें भी तत्काल हटाने के लिए आदेश दिए थे। साथ ही प्रशासन के स्तर पर सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए टीम गठित की हुई है।
बावजूद इसके पूर्वी जिला प्रशासन की टीम को भाजपा विधायक के ट्विटर अकाउंट पर सेना से संबंधित कई पोस्ट मिलीं। विधायक ने अपनी एक पोस्ट में पोस्टर पोस्ट किया है, जिसमें वायु सेना के पायलट विंग कमांडर की फोटो के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विधायक की फोटो है। साथ ही हिंदी में लिखा है- 'मोदी जी द्वारा इतने कम समय में बहादुर अभिनंदन को वापस लाना भारत की बहुत बड़ी कुटनीतिक जीत है।' वहीं अन्य पोस्टर में लिखा है- टमोदी है तो मुमकीन है' यह नया हिंदुस्तान है घर में घुसेगा भी और मारेगा भी।' इन्हीं पोस्ट पर आयोग ने विधायक को नोटिस जारी किया है।
प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि कोई भी पार्टी या नेता सेना की फोटो और नाम चुनाव में इस्तेमाल नहीं करेगा, लेकिन उसके बाद भी विधायक ने आयोग के निर्देश का पालन नहीं किया, इसलिए उन्हें नोटिस दिया गया है। विधायक के ट्विटर अकाउंट पर सेना की कई फोटो डली हुई हैं। विधायक की जिस पोस्ट में सेना का नाम या किसी जवान की फोटो है, उसे हटाने के लिए प्रशासन ने ट्विटर को मेल करके उन्हें डिलीट करने के लिए कहा है। बता दें कि प्रशासन की टीम ने सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी हुई है।
वहीं, विधायक ओपी शर्मा ने जागरण से बातचीत में कहा कि चुनाव आयोग के अधिकारी भ्रमित है, वह अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कार्य कर रहे हैं। उनमें समझ की बहुत कमी है। आदर्श अाचार संहिता की घोषणा से पहले एक मार्च को पायलट अभिनंदन के शेयर किया था। या तो चुनाव के अधिकारी मेरे सोशल मीडिया पर पोस्ट को छांटे की कौन कौन से हटाने हैं, उसके बाद बात करेंगे।
चुनाव आयोग दोहरा रवैया अपना रहा है, एक तरफ अरविंद केजरीवाल की पार्टी लोगों के घर घर फोन करके वोट काटने का भ्रम फैला रही है। वहीं जब चुनाव आयोग को जब सबूत दिए जाते हैं तो वह कार्रवाई नहीं करते।
यहां पर बता दें कि 10 मार्च को 2019 के लोकसभा चुनाव कार्यक्रम के ऐलान के दौरान चुनाव आयोग की ओर से सभी राजनीतिक पार्टियों को सख्त हिदायत दी गई थी कि कोई भी तल अपने बैनर, पोस्टरों में सेना या सेना के जवान की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।
वहीं, इस बारे में भाजपा विधायक ओपी शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि यह पोस्ट एक मार्च की है, जबकि चुनाव आयोग ने बुधवार रात को नोटिस दिया है। यह पोस्ट चुनाव कार्यक्रम के एलान से पहले की है।
इसी के तहत चुनाव आयोग की तरफ से ना सिर्फ फेसबुक बल्कि ट्विटर को भी लोकसभा चुनाव के तहत कार्रवाई करने को कहा गया है।