भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक कल, हो सकती है 100 से अधिक उम्मीदवारों की घोषणा
दिल्ली में होने वाली बैठक में पीएम मोदी अमित शाह सहित बीजेपी संसदीय बोर्ड के सदस्य जिसमे सुषमा स्वराज राजनाथ सिंह अरुण जेटली नितिन गडकरी शिवराज सिंह चौहान आदि शामिल होंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की केंद्रीय चुनाव समिति (Central Election Committee) की शनिवार को दिल्ली में अहम बैठक होने वाली है। बताया जा रहा है कि बैठक के बाद करीब 100 से 125 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हो सकती है।
लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद भाजपा चुनाव समिति की पहली बैठक हो रही है। दिल्ली के भाजपा कार्यालय में होने वाली बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सहित भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य जिसमे सुषमा स्वराज, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, नितिन गडकरी शिवराज सिंह चौहान समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे। भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्यों के अलावा शाहनवाज़ हुसैन और भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष विजिया राहटकर भी बैठक में शिरकत करेंगे। इस बैठक में लोकसभा के पहले दो चरणों में होने वाले संसदीय क्षेत्रों के उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा होगी।
यहां पर बता दें कि प्रथम चरण के लोकसभा चुनाव के लिए 18 मार्च से नामांकन प्रक्रिया शुरू होनी है, जबकि मतदान 11 अप्रैल को होगा। ऐसे में प्रत्याशियों के नाम का जितनी जल्दी घोषणा हो जाए, इसके लिए भाजपा कसरत कर रही है, ताकि सभी कार्यकर्ता प्रत्याशियों की जीत के लिए मैदान में मोर्चा संभाल लें।
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय जानता पार्टी 16 मार्च को उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की आधी से ज्यादा लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोेषणा कर सकती है।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक, 17वीं लोकसभा के लिए 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कुल 7 चरणों में मतदान होने हैं। इसके बाद 23 मई को नतीजा आएगा।
2014 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 336 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं अकेले भाजपा ने ही बहुमत से ज्यादा 282 सीटें हासिल की थीं। जाहिर है ऐसे में भाजपा के सामने इस बार पुराने प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती है।
यहां पर याद दिला दें कि कि मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त होना है। पिछले आम चुनावों की बात करें तो 2014 में 9 चरणों मतदान हुआ था। पहले राउंड की वोटिंग 7 अप्रैल को हुई थी, जबकि 12 मई को आखिरी राउंड की वोटिंग हुई थी।
16 मई को नतीजों का ऐलान हुआ था और 26 मई को नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। सबसे ज्यादा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 6 चरणों में मतदान हुआ था। 2014 में पहली बार इतने ज्यादा चरणों में चुनाव हुआ था, इससे पहले 2009 में 6 और 2004 में 4 चरणों में मतदान हुआ था।
सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश, 40 सीटों वाले बिहार और 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में सभी 7 चरणों में मतदान कराया जाना तय हुआ है।
चुनाव आयोग के कार्यक्रम के मुताबिक, 11 अप्रैल को पहले चरण में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 18 अप्रैल को 13 राज्यों की 97 सीटों के लिए मतदान होगा। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। चौथे चरण में 29 अप्रैल को 9 राज्यों की 71 सीटों के लिए मतदान होगा।
पांचवें चरण में 6 मई को 7 राज्यों की 51 लोकसभा सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। छठा चरण 12 मई को होगा जिसमें 7 राज्यों की 51 लोकसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा जिसमें 8 राज्यों की 59 सीटों के लिए वोटिंग होगी।