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दिल्ली से सटी इस लोकसभा सीट पर अपना ही वोट नहीं डाल पायेगा यह प्रत्याशी, ये है वजह

गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले डॉ. अरविंद सिंह अपना वोट यहां नहीं डाल पाएंगे।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 01:34 PM (IST)Updated: Sat, 23 Mar 2019 01:44 PM (IST)
दिल्ली से सटी इस लोकसभा सीट पर अपना ही वोट नहीं डाल पायेगा यह प्रत्याशी, ये है वजह
दिल्ली से सटी इस लोकसभा सीट पर अपना ही वोट नहीं डाल पायेगा यह प्रत्याशी, ये है वजह

नोएडा, जेएनएन। लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। गौतमबुद्ध नगर में पहले चरण में 11 अप्रैल को मतदान होना है। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। दिल्ली से सटे इस हाई प्रोफाइल लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार जोरों पर है। नेता मतदाताओं को रिझाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। लेकिन एक प्रत्याशी ऐसा भी है जो यहां पर वह अपना ही वोट नहीं डाल पायेगा।

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इस वजह से नोएडा में वोट नहीं डाल पाएंगे अरविंद सिंह
दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले डॉ. अरविंद सिंह अपना वोट यहां नहीं डाल पाएंगे। दरअसल उनका नाम अलीगढ़ लोकसभा क्षेत्र से मतदाता सूची में दर्ज है। शुक्रवार को गौतमबुद्ध नगर सीट से नामांकन दाखिल करने वाले लोकसभा प्रत्याशी डॉ. अरविंद सिंह ने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष पेश किए गए दस्तावेज में घोषणा की है कि उनका नाम 15-लोकसभा क्षेत्र अलीगढ़ के क्रमांक 549 के भाग संख्या 404 के मतदाता सूची में नाम अंकित हैं। वह अलीगढ़ के गांव छेरत, तहसील कोल जिला अलीगढ़ के मूल निवासी हैं।

अलीगढ़ से चुनाव लड़ चुके हैं अरविंद सिंह
बसपा के टिकट पर अलीगढ़ से चुनाव लड़ चुके डॉ. अरविंद सिंह को कांग्रेस ने गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। सपा-बसपा गठबंधन ने इस सीट गुर्जर प्रयाशी उतारा है तो भाजपा से केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस ने इस सीट पर ठाकुर उम्मीदवार उतारकर मुकाबले का त्रिकोणीय बनाने के साथ दिलचस्प बना दिया है।

नोएडा के सेक्टर 61 में रहते हैं अरविंद
अरविंद सिंह नोएडा के सेक्टर 61 में रहते हैं। वह वर्ष 2014 में अलीगढ़ से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन भाजपा के सतीश गौतम से वह चुनाव हार गए थे। अरविंद सिंह के पिता जय प्रताप सिंह भी बसपा सरकार में उत्तर प्रदेश के मंत्री रह चुके हैं। ग्रेटर नोएडा में नोएडा इंटरनेशनल विश्वविद्यालय भी अरविंद सिंह का ही है, जहां पर बसपा सरकार सरकार में प्रदेश के डीजीपी रहे विक्रम सिंह वाइस चांसलर रह चुके हैं।

बता दें कि अरविंद सिंह का नाम कांग्रेस में पिछले दिनों तब चर्चा में आया जब पूरे लोकसभा क्षेत्र म़े उनके नाम की होर्डिंग्स लग गईं। उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया का करीबी माना जाता है। युवा होने के कारण कांग्रेस को उम्मीद है कि अरविंद सिंह की वजह से गौतमबुद्ध नगर के युवा पार्टी से जुड़ेंगे। अरविंद सिंह की मां राजकुमारी चौहान भी अलीगढ़ से सांसद रह चुकी हैं।
 


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