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जानिए- किन 5 अधिकारियों के हाथ में है दिल्ली की सातों सीटों पर चुनाव की कमान

दिल्ली में इनके हाथ है चुनाव की कमान -सीईओ कार्यालय की पांच सदस्यीय कोर टीम संभाल रही पूरी व्यवस्था -टीम में तीन दानिक्स दो आइएएस एक महिला अधिकारी भी शामिल

By Edited By: Published: Sat, 11 May 2019 08:03 PM (IST)Updated: Sun, 12 May 2019 07:18 AM (IST)
जानिए- किन 5 अधिकारियों के हाथ में है दिल्ली की सातों सीटों पर चुनाव की कमान
जानिए- किन 5 अधिकारियों के हाथ में है दिल्ली की सातों सीटों पर चुनाव की कमान

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। पढ़ने-सुनने में थोड़ा हैरान करने वाला भले ही लगे, लेकिन दिल्ली की सातों सीटों पर चुनाव कराने की जिम्मेदारी मुख्यतया पांच अधिकारियों के जिम्मे है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय की इस पांच सदस्यीय कोर टीम में तीन दानिक्स एवं दो आइएएस सहित एक महिला अधिकारी भी शामिल है। ये अधिकारी सुबह 10 से रात 11 बजे तक हर घंटे व्यवस्था की समीक्षा करते हैं और खामियों को दुरुस्त करने के लिए दिशा निर्देश जारी करते हैं।

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इस टीम में सर्वप्रमुख हैं सीईओ डॉ. रणबीर सिंह। टीम के मुखिया होने के नाते वह सारी व्यवस्था पर निगाह रखते हैं। इनके नीचे दो विशेष मुख्य निर्वाचन अधिकारी सतनाम सिंह और राजेश कुमार हैं। सतनाम जहां मतदाता सूची, आइटी और मीडिया से जुड़े मामले संभालते हैं वहीं राजेश नामांकन प्रक्रिया और मतदान केंद्रों की व्यवस्था देख रहे हैं। तीनों दानिक्स अधिकारी हैं। इन तीन के अतिरिक्त कोर टीम में दो मुख्य नोडल अधिकारी भी संजय गोयल और शिल्पा शदे भी हैं।

संजय के पास आदर्श आचार संहिता के अनुपालन और उल्लंघन से जुड़े मामलों की जिम्मेदारी है तो टीम की इकलौती महिला अधिकारी शिल्पा इस लोकसभा चुनाव से जुड़ा हर विशेष पहलू देख रही हैं। चाहे वह पिंक (महिला) और पीडब्ल्यूडी (दिव्यांग) मतदान केंद्र हों या एक सौ वर्ष से अधिक आयु वाले मतदाताओं का मतदान सुनिश्चित कराने की व्यवस्था..। यह दोनों अधिकारी आइएएस हैं। सीईओ कार्यालय के मुताबिक कोर टीम के यह सभी अधिकारी सुबह कार्यालय आते ही दस बजे के करीब सक्रिय हो जाते हैं।

सातों जिला निर्वाचन अधिकारियों से बात करना, उनसे ताजा अपडेट लेना, मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की सुविधा के लिए व्यवस्था पता करना, शिकायतों और समस्याओं का समाधान करना, कहां क्या खामी और कहां क्या सुधार की गुंजाइश है इत्यादि पहलुओं पर जानकारी लेते हैं। बीच- बीच में यह पांचों अधिकारी आपस में मिलकर बैठक करते रहते हैं तो वाटसएप और फोन पर तो कमोबेश हर घंटे एक दूसरे के संपर्क में रहते हैं। जरूरत के मुताबिक क्षेत्र में निरीक्षण के लिए जाते हैं, नोटिस जारी करते हैं, चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजते हैं, आयोग के निर्देशों को जिलास्तर पर अग्रसारित कर उनका क्रियान्वन भी सुनिश्चित कराते हैं। यह सारी कवायद रात करीब 10 से 11 बजे तक चलती रहती है। 

डॉ. रणबीर सिंह (सीईओ, दिल्ली) के मुताबिक, देखिए, वैसे तो लोकसभा चुनाव की पूरी प्रक्रिया एक टीम वर्क की तरह है और इसमें हर संबंधित विभाग के सभी छोटे बड़े कर्मचारी-अधिकारी की भूमिका रहती है। लेकिन हां, कोर टीम में पांच लोग हैं। सभी की जिम्मेदारियां बंटी हुई हैं। आपसी समन्वय से सभी की कोशिश निष्पक्ष, सुरक्षित और चुनाव आयोग की थीम के अनुसार इस बार सुगम चुनाव कराने की है।  

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