मीडिया से दूरी बनाकर वोट डालने पहुंचीं शहीद करकरे की बहन, सबसे पहले पहुंचीं मतदान केंद्र
मुंबई आतंकी हमले में शहीद हेमंत करकरे को लेकर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान हुई बयानबाजी और सियासत से आहत होने के बावजूद उनकी बहन वोट डालने पहुंचीं।
भोपाल, जेएनएन। मुंबई आतंकी हमले में शहीद हेमंत करकरे को लेकर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान हुई बयानबाजी और सियासत से आहत होने के बावजूद उनकी भोपाल निवासी बहन रविवार को मतदान करने पहुंचीं। मीडिया से दूरी बनाते हुए वह चुपचाप अपने परिजनों के साथ राजधानी के बाग सेवनिया स्थित एक केंद्र में सबसे पहले वोट करने पहुंची।
करकरे पर साध्वी प्रज्ञा के बयान से थी बेहद दुखी
चुनाव प्रचार की शुरुआत में ही भोपाल से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने अपनी आपबीती सुनाते हुए, जिस तरह शहीद करकरे के नाम पर बयानबाजी और लानत-मलानत की उससे देशभर में तीखी प्रतिक्रिया हुई थी। ऐसे में मामले में हंगामा होने के बाद साध्वी ने अपना बयान संशोधित भी किया, लेकिन करकरे के लिए श्राप और सत्यानाश जैसे शब्दों से उनकी छोटी बहन बेहद दुखी और आहत हुई थीं। घटना के बाद मीडिया ने उनकी प्रतिक्रिया जानने का काफी प्रयास किया, लेकिन उन्होंने किसी से बात नहीं की।
परिजनों के साथ किया मतदान
उल्लेखनीय है कि शहीद करकरे की छोटी बहन भोपाल के होशंगाबाद रोड पर रहती हैं। इस घटना के बाद उनके वोट डालने को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी। बताया जाता है कि मतदान के लिए रविवार को वह अपने परिजनों के साथ सुबह पौने सात बजे ही मतदान केंद्र पर जा पहुंचीं और दूसरे-तीसरे क्रम पर वोट डालकर चुपचाप घर लौट आई। इस दौरान उन्होंने मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाए रखी। पत्रकारों ने जब उनसे संपर्क करने की कोशिश की तो पहले की तरह उन्होंने किसी से कोई बात नहीं की।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप